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दवाओं के बाप हैं इन 3 पेड़ के पत्ते! डेंगू जैसी बीमारी में कारगर, झट से मिल जाएंगे फायदे

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हल्द्वानी: बरसात के मौसम के शुरू होने के साथ ही घर-घर में छोटी-बड़ी बात चलती रहती है. कई इलाकों में डेंगू फैलने लगता है. ऐसा होने पर आप घरेलू उपायों की मदद ले सकते हैं. इससे आप ठीक भी होंगे और खर्चा भी नहीं होगा. औषधीय पत्तों को डेंगू के इलाज में रामबाण माना जाता है. आइए जानते हैं एक्सपर्ट ने इस बारे में क्या कहा.

डेंगू में कौन-से पत्ते फायदेमंद होते हैं?
डेंगू में मरीजों का प्लेटलेट्स काउंट काफी तेजी से गिरने लगता है. इससे उनके शरीर में कमजोरी हो जाती है. पूर्व जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. आशुतोष पंत ने बताया कि डेंगू होने पर एंटीबायोटिक के साथ-साथ अगर पपीते, गिलोय, नीम के पत्तों के रस का सेवन किया जाता तो, प्लेटलेट्स काउंट काफी तेजी से बढ़ता है. यह इम्यूनिटी बूस्टर का भी काम करता है. अगर किसी को डेंगू हो जाता है, तो वह अपने गार्डन में होने वाले इन पेड़ के पत्तों का रस पीकर अपनी सेहत में सुधार ला सकते है.

नीम के पत्तों का ऐसे करें सेवन
डॉ. आशुतोष पंत ने बताया कि नीम के पत्ते में एंटी-पायरेटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं. नीम के पत्ते भी प्लेटलेट्स काउंट को तेजी से बढ़ाने में मददगार होते हैं. इसके सेवन भी आप पानी में उबालने के बाद छानकर सकते हैं. आयुर्वेदिक औषधि के रूप में यह न सिर्फ बुखार से राहत दिलाते हैं, बल्कि इम्युनिटी को भी बूस्ट करता हैं.

गिलोय कई इलाज में है कारगर
डॉ. आशुतोष पंत ने बताया कि गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण होते है. इसमें एंटी-एजिंग और भरपूर एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो आपकी स्किन को हेल्दी बनाने में मदद करते हैं. गिलोय में एंटी-वायरल, एंटी-डायबिटिक और एंटी-कैंसर जैसे गुण होते हैं. इससे इम्यूनिटी मजबूत होती है. वायरल बुखार, डेंगू और टाइफाइड जैसी बीमारियों में गिलोय बहुत फायदेमंद है. इसका सेवन करने से भी प्लेटलेट्स काउंट तेजी से बढ़ता है.

पपीते के पत्तों के फायदे
डॉ. आशुतोष पंत ने बताया कि डेंगू से राहत पाने के लिए पपीते के पत्तों का इस्तेमाल काफी कारगर होता है. इनके इस्तेमाल से डेंगू के संक्रमण को कम किया जा सकता है. ऐसे में, आप सबसे पहले इन्हें ताजा पानी से धो लें और फिर कम से कम 1 घंटा पानी में भीगने के लिए रख दें. इसके बाद इन्हें दरदरा पीस लें और फिर पानी में मिलाकर इन्हें छान लें. बता दें, कि डेंगू के बुखार में सुबह-शाम इसका एक ग्लास रस पीने से प्लेटलेट्स काउंट काफी तेजी से बढ़ता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-neem-giloy-papaya-leaves-for-dengue-treatment-ayurvedic-home-remedies-for-good-health-8659116.html

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