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निरोगी काया के लिए मात्र 20 मिनट… जवानी में रोज करें यह आसान काम, बुढ़ापे तक टल जाएगा कई बीमारियों का जोखिम!

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Walking Barefoot on Grass Benefits: सुबह की सैर सिर्फ एक व्यायाम नहीं, बल्कि हेल्दी लाइफस्टाइल का अहम हिस्सा है. ऐसा करने से शरीर, मन और आत्मा तीनों को संतुलन मिलता है. इसीलिए हर व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य के लिए रोजाना सुबह वॉक पर जाना चाहिए. इसके अलावा, आपने बड़े-बुजुर्गों से अक्सर सुना होगा कि सुबह घास पर नंगे पैर चलना चाहिए. ज्यादा नहीं, मात्र 20 मिनट भी आप ऐसा करते हैं तो बुढ़ापे तक कई बीमारियों का जोखिम कम कर सकते हैं. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर रोज नंगे पैर घास पर चलने से होगा क्या? रोज घास पर नंगे पैर चलने के फायदे क्या हैं? आइए विस्तार से समझिए-

टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, घास पर नंगे पैर टहलने, जिसे कभी-कभी “अर्थिंग” या “ग्राउंडिंग” भी कहा जाता है. ऐसा रोज करने से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से लाभ हो सकता है. यही नहीं, नंगे पैर चलने की यह आदत आपके मूड को बेहतर बनाने से लेकर अच्छी नींद दिलाने में भी कारगर हो सकता है.

रोज नंगे पैर घास पर चलने के 6 फायदे

तनाव-चिंत कम करें: सुबह-सुबह नंगे पैर घास पर चलने से मेंटल हेल्थ में सुधार होता है. दरअसल, यह पैरों पर शरीर के विभिन्न भागों से जुड़े विशिष्ट दबाव बिंदुओं को सक्रिय करता है. ऐसा होने से तनाव और चिंता का स्तर स्वतः ही कम हो जाता है. बता दें कि, घास पर चलने से हम एक नेचुरल एक्यूप्रेशर तैयार करते हैं. यह हमारे तंत्रिका तंत्र को नियंत्रित करने में मदद करता है और कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन के स्राव को कम करता है. इस लिए आपको रोज करीब 20 मिनट घास पर नंगे पैर चलना चाहिए.

बेहतर नींद दिलाए: अगर आपको रात में अच्छी नींद नहीं आती है, तो नंगे पैर जमीन पर चलना लाभकारी हो सकता है. बता दें कि, घास पर नंगे पैर चलने से शरीर पृथ्वी के प्राकृतिक इलेक्ट्रॉनों को अवशोषित कर पाता है, जो सर्कैडियन लय को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. पृथ्वी के विद्युत क्षेत्र के साथ यह लयबद्ध संबंध मेलाटोनिन के उत्पादन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है, जो आपके नींद-जागने के चक्र को नियंत्रित करने वाला एक हार्मोन है.

प्रतिरक्षा प्रणाली बेहतर करे: रोज नंगे पैर घास पर चलने से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूती मिल सकती है. बता दें कि, घास पर नंगे पैर चलने से आपका शरीर पृथ्वी के इलेक्ट्रॉनों के संपर्क में आता है, जो सूजन को कम करने में कारगर पाए गए हैं. दरअसल, सूजन अक्सर कई पुरानी बीमारियों का मूल कारण होती है, जिनमें स्व-प्रतिरक्षित रोग और हृदय संबंधी बीमारियां शामिल हैं. साथ ही, संक्रमण और पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा कम हो सकता है.

आंखों की रोशनी बढ़ाए: सुबह-सुबह नंगे पैर हरी घास पर चलना सेहत के लिए अधिक फायदेमंद माना जाता है. क्योंकि नंगे पैर घास पर चलने का सीधा असर आपकी आंखों पर पड़ता है. बता दें कि, जब हरी घास पर नंगे पैर चलते हैं तो आपके पैरों के तलवों के कुछ एक्यूप्रेशर प्वाइंट पर दबाव पड़ता है. ये प्वाइंट शरीर के कई अंगों को सीधा प्रभावित करते हैं, जिसमें से एक अंग हमारी आंखें भी हैं. जब दबाव सही प्वाइंट पर पड़ता है तो आपकी आंखों की रोशनी बढ़नी शुरू हो जाती है.

एलर्जी से राहत: सुबह के वक्त घास पर पड़ने वाली ओस आपके शरीर के लिए कई मायनों में फायदेमंद हो सकती है. बता दें कि, सुबह के समय ओस से भरी घास पर चलना एक तरह की थेरेपी है. इसको अंग्रेजी में ग्रीन थेरेपी के नाम से भी जानते हैं. नंगे पैर हरी घास पर चलने से पांवों के नीचे मौजूद कोशिकाओं से जुड़ी नर्व्स सक्रिय होती हैं और दिमाग तक संकेत पहुंचाने का काम करती हैं. इससे एलर्जी में आराम पहुंचता है.

पैरों को आराम: सुबह के समय जब आप नंगे पैर हरी घास पर 20 मिनट तक चलते हैं तो आपको बिनी किसी मेहनत के मसाज मिल जाता है. इसलिए नंगे पैर घास पर चलने से आपके पैरों की मांसपेशियों को भी आराम पहुंचता है. बता दें कि, यदि आपके पैर में हल्का-फुल्का दर्द है तो भी आप हरी घास पर 20 मिनट चलकर इससे निजात पा सकते हैं.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-6-health-benefits-of-walking-barefoot-on-grass-improves-stress-sleep-and-immunity-ws-kl-9881302.html

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