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पीरियड्स का वो समय…जब महिलाओं में डिप्रेशन का सबसे अधिक जोखिम, इन लक्षणों से पहचान तुरंत कराएं इलाज, वरना…

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Depression in Women: महिलाओं में डिप्रेशन का मुख्य कारण मूड स्विंग्स है, जो पीरियड्स के दौरान अधिक होता है. शुरुआती लक्षणों की पहचान कर तुरंत इलाज कराएं.

पीरियड्स का वो समय...जब महिलाओं में डिप्रेशन का सबसे अधिक जोखिम, ये हैं लक्षण

महिलाओं में इस समय डिप्रेशन का खतरा सबसे अधिक. (Canva)

हाइलाइट्स

  • पीरियड्स के दौरान महिलाओं में मूड स्विंग्स से डिप्रेशन का खतरा बढ़ता है.
  • शुरुआती लक्षणों की पहचान कर तुरंत इलाज कराएं.
  • डिप्रेशन से सोचने, महसूस करने और काम करने की क्षमता प्रभावित होती है.

Depression in Women: महिला दिवस आने महज 3 दिन शेष हैं. ऐसे में महिलाओं से जुड़ी तमाम बातें होती हैं. अगर बात सेहत की करें तो यह एक ऐसा विषय है जिसे किसी दिन विशेष पर नहीं, हर रोज होनी चाहिए. हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो, आज की बदलती लाइफस्टाइल और वर्क कल्चर भी कई बीमारियों की वजह बन रहा है. मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी इनमें शामिल हैं. हालांकि, इस बीमारी ने पुरुषों को भी नहीं छोड़ा है, लेकिन महिलाओं में अधिक देखी जाती है.

महिलाओं में डिप्रेशन के कई कारण हो सकते हैं, जैसे- लिंग भेद, हीन भावना, हार्मोन का बदलाव और पीरियड्स की दिक्कतें आदि. कई महिलाएं इसको अनदेखा कर जाती हैं, जोकि मूड स्विंग की वजह बन जाता है. इसलिए जरूरी है कि शुरुआती लक्षणों की पहचान कर तुरंत इलाज कराएं. ऐसे में सवाल है आखिर महिलाओं में सबसे अधिक डिप्रेशन का जोखिम कब बढ़ता है? डिप्रेशन से पहले क्या दिखते हैं लक्षण? इस बारे में Bharat.one को बता रही हैं लाला लाजपत राय मेमोरियल मेडिकल कॉलेज मेरठ में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की प्रोफेसर डॉ. अनुपम रानी-

मूड स्विंग्स हैं कारण

महिलाओं में डिप्रेशन का सबसे अहम कारण मूड स्विंग्स का होना है. ज्यादातर महिलाओं को मूड स्विंग की समस्या पीरियड्स के दौरान देखने को मिलती है. इसलिए यदि आपको इस दौरान ज्यादा ही मूड में बदलाव देखने को मिल रहे हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत है. ज्यादा मूड स्विंग्स डिप्रेशन का कारण बन सकता है.

क्या कहते हैं डॉक्टर?

डॉक्टर के अनुसार, महिलाओं में बढ़ रहा डिप्रेशन उनके सोचने, महसूस करने और काम करने की क्षमताओं को काफी प्रभावित करता है. यह एक गंभीर मनोदशा है जिसके कई कारण हो सकते हैं. आइए जानते हैं कुछ लक्षण जो महिलाओं में डिप्रेशन के दौरान नजर आते हैं.

महिलाओं में डिप्रेशन के मुख्य लक्षण

आप जिस काम को पहले काफी मन के साथ करती थी यदि अब आपका मन उनमें भी नहीं लग रहा है, तो यह डिप्रेशन के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं. इसके कारण आप अकेले रहना और मिलना-जुलना भी कम कर सकते हैं.

डिप्रेशन का सबसे अहम लक्षण है कि आपका ध्यान किसी काम में एकाग्र नहीं हो पाता है. यदि आपका भी फोकस किसी काम में नहीं बन पा रहा है तो आपको डिप्रेशन की समस्या हो सकती है. इसके कारण आप अपने कार्यक्षेत्र में भी पिछड़ सकते हैं.

यदि आप रात भर करवटें बदलते रहते हैं तो यह आपके डिप्रेशन की ओर संकेत करते हैं. अक्सर जो महिलाएं रात में देर तक जागती रहती हैं उनकी स्लीपिंग साइकिल डिप्रेशन के कारण प्रभावित होती है.

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पीरियड्स का वो समय…जब महिलाओं में डिप्रेशन का सबसे अधिक जोखिम, ये हैं लक्षण


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/women-special-international-women-day-2025-depression-in-women-mood-swings-and-hormonal-changes-main-causes-say-expert-9078887.html

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