Last Updated:
भरतपुर में ग्रामीण क्षेत्रों में हड़ जोड़ औषधि सदियों से टूटी हड्डियों के उपचार में उपयोग की जा रही है. यह आयुर्वेदिक औषधि विशेष रूप से छोटे फ्रैक्चर को जल्दी जोड़ने और दर्द व सूजन कम करने में प्रभावी मानी जाती है. आयुर्वेद डॉक्टर राजकुमार के अनुसार, इसका नियमित सेवन हड्डियों के प्राकृतिक जुड़ाव को बढ़ावा देता है और शरीर को किसी नुकसान से बचाता है. यह पौधा रेतीली जमीन पर आसानी से उग जाता है और ग्रामीण इसे अपने घरों के पास रखकर आवश्यकता पड़ने पर तुरंत इस्तेमाल करते हैं. हड़ जोड़ औषधि का उपयोग हमेशा डॉक्टर की सलाह के अनुसार करना चाहिए.
भरतपुर. टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने में कारगर एक विशेष आयुर्वेदिक औषधि ग्रामीण इलाकों में वर्षों से उपयोग की जा रही है. यह औषधि हड़ जोड़ औषधि कहलाती है, यह औषधि छोटी हड्डियों के फ्रैक्चर को तेजी से जोड़ने में प्रभावी मानी जाती है. यही कारण है कि इसका नाम भी इसके गुणों के अनुसार रखा गया है, कहा जाता है कि सही तरीके से उपयोग करने पर यह हड्डियों में आई दरार को भरने के साथ-साथ सूजन और दर्द को भी कम करती है.
आयुर्वेद डॉक्टर राजकुमार ने Bharat.one से बातचीत में बताया कि हड़ जोड़ औषधि सदियों से घरेलू उपचार का हिस्सा रही है. उन्होंने कहा कि इसका आकार भी हड्डियों जैसा होता है, इसलिए ग्रामीण लोग इसे पहचानने में देर नहीं लगाते. इस औषधि का उपयोग खासकर वे मरीज अधिक करते हैं जिन्हें छोटे फ्रैक्चर हुए हों या जिन्हें किसी वजह से प्लास्टर न लगवाया जा सके. डॉक्टर राजकुमार के अनुसार, इस औषधि के नियमित सेवन से हड्डियां जल्दी जुड़ने लगती हैं और दर्द में भी काफी राहत मिलती है.
रेतीली जमीन पर आसानी से उग जाती है हड़ जोड़
हड़ जोड़ औषधि की सबसे खास बात यह है कि यह रेतीली जमीन पर आसानी से उग जाती है, यही वजह है कि भरतपुर के कई गांवों में यह पौधा स्वाभाविक रूप से देखने को मिल जाता है. ग्रामीण परिवार इसे अपने घरों के पास लगाकर रखते हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत इस्तेमाल किया जा सके. बताया जाता है कि इस पौधे की टहनी, जड़ और पत्तियों का कम से कम हिस्सा लिया जाता है, इस औषधि का उपयोग डॉक्टरों की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए. ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग लंबे समय से इस औषधि पर भरोसा करते आए हैं.
उनका मानना है कि आधुनिक दवाओं की तुलना में यह शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाती और हड्डियों की प्राकृतिक संरचना को बनाए रखते हुए उन्हें जोड़ती है. खास बात यह भी है कि इसके उपयोग से सूजन कम होती है और टूटे हिस्से में खून का संचार ठीक तरह से होने लगता है, जिससे मरीज को जल्द राहत मिलती है. डॉक्टर राजकुमार ने बताया कि हड़ जोड़ औषधि का उपयोग पारंपरिक आयुर्वेदिक पद्धति के तहत किया जाता है.
Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW…और पढ़ें
Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW… और पढ़ें
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-bone-repair-medicine-hadh-jod-local18-ws-kl-9871164.html
