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यूरिक एसिड का नामोनिशान मिटा सकता है यह हरा पत्ता ! इसे चबाने से होगा चमत्कार, स्वाद भी लाजवाब

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Betel Leaf Reduce Uric Acid: आपको जानकर हैरानी होगी कि पान का पत्ता चबाने से हाई यूरिक एसिड के मरीजों का काफी राहत मिल सकती है. इस पत्ते में अनगिनत पोषक तत्व होते हैं, जो नेचुरल दवा का काम करते हैं. इसे चबाने स…और पढ़ें

यूरिक एसिड का नामोनिशान मिटा सकता है यह हरा पत्ता ! इसे चबाने से होगा चमत्कार

पान का पत्ता यूरिक एसिड की छुट्टी कर सकता है.

हाइलाइट्स

  • पान का पत्ता चबाने से यूरिक एसिड लेवल में सुधार हो सकता है.
  • मुंह की दुर्गंध दूर करने में भी यह पत्ता बेहद कारगर माना जाता है.
  • रिसर्च की मानें तो पान का पत्ता चबाने से पेट की सेहत सुधर सकती है.

Uric Acid Natural Remedy: हाई यूरिक एसिड की समस्या इन दिनों बेहद तेजी से बढ़ रही है. यूरिक एसिड की मात्रा शरीर में ज्यादा हो जाए, तो यह जॉइंट्स में जमा होने लगता है और इसकी वजह से लोगों को असहनीय दर्द होने लगता है. यूरिक एसिड लेवल हद से ज्यादा हो जाए, तो इससे किडनी स्टोन और किडनी फेलियर की नौबत भी आ सकती है. ऐसे में इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी होता है. दवाओं के साथ अगर कुछ देसी चीजों का सेवन किया जाए, तो यूरिक एसिड तेजी से कंट्रोल हो सकता है. आयुर्वेद की मानें तो रोज पान का पत्ता चबाने से यूरिक एसिड जल्द कंट्रोल हो सकता है.

यूएस के नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) की रिपोर्ट के मुताबिक पान का पत्ता कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है और इसे चबाने से यूरिक एसिड लेवल को कम करने में कुछ हद तक मदद मिल सकती है. पान के पत्ते में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में जमे टॉक्सिक एलीमेंट्स को बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं. पान का पत्ता चबाने से शरीर का पाचन तंत्र दुरुस्त हो सकता है और इससे यूरिक एसिड लेवल कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है. कई रिसर्च में पान के पत्ते में एंटी हाइपरयूरेसीमिक प्रॉपर्टी पाई गई हैं, जो गाउट का खतरा कम कर सकती हैं.

पान का पत्ता चबाने के कई फायदे होते हैं और आयुर्वेद में इस पत्ते का इस्तेमाल कई परेशानियों से निजात दिलाने में किया जाता रहा है. पान के पत्ते में एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं. यह पत्ता पाचन तंत्र को बेहतर बनाने, कब्ज को दूर करने और गैस्ट्रिक समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है. पान के पत्ते चबाने से मुंह में सलाइवा का उत्पादन बढ़ता है, जो पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाता है. पान चबाने से यह माउथ फ्रेशनर के रूप में काम करते हैं, जिससे मुंह की बदबू कम होती है और दांतों की सेहत में सुधार होता है.

पान के पत्तों में मौजूद विटामिन C, कैल्शियम और आयरन जैसे पोषक तत्व शरीर को जरूरी एनर्जी प्रदान करते हैं. पान के पत्तों के सेवन से शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है, क्योंकि इसमें प्राकृतिक एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं. इसके अलावा पान के पत्तों का उपयोग कभी-कभी मुंह के घावों और छाले ठीक करने के लिए भी किया जाता है. हालांकि पान में तंबाकू और चूना मिलाकर चबाना स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है. पान का पत्ता सिंपल चबाएंगे, तो सेहत को ज्यादा फायदा होगा. आप इस पत्ते का सेवन करने से पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर से कंसल्ट कर सकते हैं.

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यूरिक एसिड का नामोनिशान मिटा सकता है यह हरा पत्ता ! इसे चबाने से होगा चमत्कार


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-this-miraculous-leaf-can-reduce-uric-acid-quickly-boost-digestion-betel-leaf-surprising-benefits-9013132.html

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