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हल्दी केवल मसाला ही नहीं बल्कि एक औषधि भी है, जो आयुर्वेद में कई स्वास्थ्य लाभों के लिए प्रयोग की जाती है. कच्ची हल्दी का सेवन पाचन तंत्र को मजबूत करने, इम्यूनिटी बढ़ाने, सूजन और दर्द को कम करने के साथ-साथ त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करता है. इसके कई उपयोग और उपाय इसे हर रसोई और औषधि किट में अनिवार्य बनाते हैं. आइए जानते है इसके फायदे…
कच्ची हल्दी न केवल खाने के गुणों को बढ़ाती है, बल्कि एक औषधि भी है जो शरीर में कई विकारों को खत्म करती है. इसके उपयोग से शरीर में वात, पित्त और कफ संतुलित रहता है, जबकि पाचन तंत्र मजबूत होता है. आयुर्वेद में कच्ची हल्दी के कई महत्वपूर्ण गुणों का वर्णन किया गया है.
कच्ची हल्दी का उपयोग करने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं. आयुर्वेद के अनुसार हल्दी गर्म होती है और खाने में इसका स्वाद कड़वा लगता है. चोट लगने पर घाव या हड्डियों में दर्द के दौरान यदि हल्दी का सेवन दूध के साथ किया जाए तो इसमें चमत्कारी लाभ होता है. हल्दी एक औषधि है, जिसका सभी की रसोई में विशेष स्थान है.
हल्दी का उपयोग कई बीमारियों को ठीक करने में किया जाता है. आयुर्वेद में हल्दी से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के बारे में बताया गया है. जाने-माने वैद्य उमाशंकर बताते हैं कि सर्दी-जुकाम, खांसी, बदन दर्द और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कच्ची हल्दी को दूध में उबालकर पीने से लाभ होता है.
वैद्य उमाशंकर बताते हैं कि सर्दी-जुकाम, खांसी और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हल्दी में लौंग, काली मिर्च, दालचीनी और अदरक मिलाकर काढ़ा बनाकर सर्दी के मौसम में पीने से शरीर में गर्मी बनी रहती है. आयुर्वेद के अनुसार हल्दी की तासीर गर्म होती है और इसके कई उपाय बेहद चमत्कारी और स्वास्थ्य लाभ देने वाले हैं.
वैद्य उमाशंकर बताते हैं कि कच्ची हल्दी या हल्दी को अचार के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. हल्दी में शुद्ध सरसों का तेल और नींबू का रस मिलाकर यदि भोजन के साथ खाया जाए तो यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और पेट की अन्य बीमारियां भी इस मिश्रण के उपयोग से दूर हो जाती हैं. आयुर्वेद में हल्दी के कई उपायों के बारे में बताया गया है.
वह बताते हैं कि सुबह खाली पेट हल्दी का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद रहता है. आयुर्वेद के अनुसार, व्यक्ति के शरीर में जठराग्नि, जिसे पाचन अग्नि भी कहा जाता है, को मजबूत करने के लिए हल्दी का उपयोग किया जाता है. सुबह खाली पेट कच्ची हल्दी चबाकर खाने से गैस, कब्ज, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है.
जाने-माने वैद्य उमाशंकर बताते हैं कि हल्दी के उपयोग से दर्द और सूजन में आराम मिलता है. हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो सूजन और जोड़ों के दर्द को कम करता है. चोट लगने या घाव होने पर हल्दी का पेस्ट बनाकर लगाने और दूध के साथ हल्दी का सेवन करने से स्वास्थ्य लाभ होता है. हल्दी को पीसकर उसमें शहद, बेसन और दूध मिलाकर पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाने से दाग-धब्बे और मुंहासे दूर हो जाते हैं, और त्वचा चमकदार बनती है.
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