रोजाना ब्रह्ममुहूर्त (सुबह 4 से 6 बजे का समय) में उठना चाहिए. यह समय मन को शांत रखने के साथ याददाश्त को भी बेहतर बनाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय जागने से ताजी हवा आपके बदन में सांस के जरिए प्रवेश करती है. वहीं, मस्तिष्क को ताजगी मिलती है जिससे तनाव कम होता है और पूरा दिन अच्छा जाता है.
एनआईएच के नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के 2012 में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक तांबे में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को भीतर से साफ करने में मदद करता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर कुछ घंटों तक तांबें के बर्तन में पानी रखा जाए, तो उसमें मौजूद कुछ हानिकारक बैक्टीरिया मर सकते हैं.
आयुर्वेद में बताया गया है कि सुबह ठंडे पानी से आंखें साफ करनी चाहिए. साथ ही, नाक में शुद्ध घी की दो बूंदें डालनी चाहिए.
सूर्योदय से पहले हल्का व्यायाम, योग और प्राणायाम करें. ऐसा करने से रक्त संचार बेहतर होता है, साथ ही रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है और मानसिक तनाव भी कम होता है. रोजाना सूर्य नमस्कार और अनुलोम-विलोम जैसे अभ्यास जरूर करना चाहिए.
इसके बाद ध्यान और प्रार्थना जरूर करें. यह मन को शांत रखने के साथ-साथ नकारात्मक विचार दूर करने में भी मदद करता है. साथ ही दिनभर के लिए सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.
सुबह के समय भोजन हल्का या मौसमी करना चाहिए, जिसमें मूंग दाल की खिचड़ी, दलिया, फल या दूध-घी से बनी चीजें जरूर होनी चाहिए. यह पाचन को संतुलित करने के साथ मोटापे से भी बचाता है और शरीर को दिनभर ऊर्जावान रखने में भी मदद करता है.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-benefits-of-waking-up-early-in-brahma-muhurta-reduces-stress-and-boosts-overall-health-freshness-in-hindi-ws-kl-9571019.html