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Can Music Help You Sleep Better what science says | क्या म्यूजिक सुनने से आती है अच्छी नींद

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Music and Better Sleep: म्यूजिक सुनना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. कई लोगों को म्यूजिक सुनने से अच्छी नींद आती है. कई रिसर्च बताती हैं कि सोने से पहले शांत और सुकून भरा म्यूजिक सुनना तनाव घटाता है, दिल की धड़कन को नॉर्मल करता है और गहरी नींद लाने में मदद करता है. संगीत कोर्टिसोल हार्मोन को कम करके और डोपामाइन हार्मोन बढ़ाता है. इससे शरीर और दिमाग दोनों को आराम मिलता है. आजकल स्लीप म्यूजिक थेरेपी का ट्रेंड भी बढ़ रहा है.

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रोज सोने से पहले कुछ देर म्यूजिक सुनने से अच्छी नींद आती है.

How Music Calm the Mind and Body: म्यूजिक सुनने से लोगों का तनाव कम हो जाता है और उन्हें अच्छा महसूस होने लगता है. कई रिसर्च में म्यूजिक को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है. खासतौर से स्ट्रेस होने पर म्यूजिक सुना जाए, तो लोगों का तनाव कम हो सकता है और उनका मूड ठीक हो सकता है. म्यूजिक हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डालता है. यह न केवल मूड बेहतर बनाता है, बल्कि नींद की क्वालिटी भी सुधारता है. भागदौड़ भरी जिंदगी में नींद न आने की समस्या लाखों लोगों को परेशान कर रही है. ऐसे में अच्छी नींद लेने के लिए लोग म्यूजिक का सहारा ले सकते हैं.

स्लीप फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक सोने से पहले हल्का और सुकून देने वाला म्यूजिक सुनना नींद लाने में मदद करता है और नींद को गहरा बनाता है. अक्सर देखा गया है कि माता-पिता बच्चों को सुलाने के लिए लोरी गाते हैं और विज्ञान भी इसे सही ठहराता है. कई रिसर्च में पाया गया है कि स्कूल जाने वाले बच्चे भी जब सुकून भरा म्यूजिक सुनते हैं, तो वे बेहतर नींद लेते हैं. म्यूजिक का यही असर बड़ों में भी देखा गया है. एक अध्ययन के अनुसार जो लोग सोने से पहले लगभग 45 मिनट तक संगीत सुनते हैं, वे पहले ही दिन से बेहतर नींद लेने लगते हैं. इसे म्यूजिक थेरेपी भी माना जा सकता है.

म्यूजिक उन लोगों के लिए भी मददगार साबित हुआ है, जिन्हें अनिद्रा जैसी नींद की समस्या होती है. एक अध्ययन में पाया गया कि जिन महिलाओं ने लगातार 10 दिनों तक अपनी पसंदीदा म्यूजिक एल्बम को सोने से पहले सुना, उनमें नींद आने का समय पहले के 27 से 69 मिनट से घटकर सिर्फ 6 से 13 मिनट रह गया. संगीत न सिर्फ नींद जल्दी लाने में, बल्कि स्लीप क्वालिटी बढ़ाने में भी असरदार है. संगीत का असर सिर्फ दिमाग तक सीमित नहीं रहता है. यह पूरे शरीर की बायोलॉजिकल प्रक्रियाओं को प्रभावित करता है. जब हम म्यूजिक सुनते हैं, तो ब्रेन ध्वनियों को इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स में बदल देता है, जिससे शरीर में कई हॉर्मोनल बदलाव शुरू होते हैं. म्यूजिक कोर्टिसोल नामक तनाव हार्मोन को कम करता है, जिससे तनाव घटता है और नींद आने में आसानी होती है. संगीत डोपामाइन नामक हैप्पी हार्मोन भी रिलीज करता है, जो अच्छा महसूस कराता है.

म्यूजिक का असर हमारे ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम पर पड़ता है, जो शरीर के अनचाहे या खुद होने वाले कार्यों को कंट्रोल करता है. सुकून भरा संगीत इस सिस्टम को शांत और संतुलित करता है, जिससे दिल की धड़कन धीमी होती है, ब्लड प्रेशर घटता है, और सांसें स्थिर हो जाती हैं. ये सभी बदलाव नींद के लिए अच्छा माहौल तैयार करते हैं. कई बार नींद की समस्या सिर्फ शरीर के भीतर नहीं, बल्कि बाहरी शोर और मानसिक तनाव के कारण होती है. ट्रैफिक, हवाई जहाज या पड़ोसियों की आवाज़ें नींद की एफिसिएंसी को घटाती हैं और लंबे समय में दिल की बीमारियों जैसी समस्याओं का कारण बन सकती हैं. संगीत इस स्थिति में एक साउंड शील्ड की तरह काम करता है. यह बाहरी शोर को दबा देता है और मन को बेचैन विचारों से दूर रखता है.

अमित उपाध्याय

अमित उपाध्याय Bharat.one Hindi की लाइफस्टाइल टीम के अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास प्रिंट और डिजिटल मीडिया में 9 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे हेल्थ, वेलनेस और लाइफस्टाइल से जुड़ी रिसर्च-बेस्ड और डॉक्टर्स के इंटरव्…और पढ़ें

अमित उपाध्याय Bharat.one Hindi की लाइफस्टाइल टीम के अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास प्रिंट और डिजिटल मीडिया में 9 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे हेल्थ, वेलनेस और लाइफस्टाइल से जुड़ी रिसर्च-बेस्ड और डॉक्टर्स के इंटरव्… और पढ़ें

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क्या म्यूजिक सुनने से आती है अच्छी नींद? आखिर क्या है दोनों के बीच कनेक्शन


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