Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि 2025 शुरू होने वाला 30 मार्च से और ये 7 अप्रैल को समाप्त होगा. इस दौरान लोग मां दुर्गा की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं. चैत्र नवरात्रि पर व्रती कई तरह के व्रत में बनाए जाने वाले पौष्टिक चीजों का सेवन करते हैं, ताकि उनके शरीर में एनर्जी और ताकत बनी रहे. गर्मियों के मौसम में सारा दिन भूखे-प्यासे रहने से डिहाइड्रेशन, थकान, शारीरिक ताकत में कमी, चक्कर जैसा महसूस हो सकता है. ऐसे में फलाहार के दौरान लोग प्रोटीन, फाइबर, आयरन से भरपूर कुट्टू के आटे से बनी चीजों का भी सेवन करते हैं. इसमें सॉल्यूबल फाइबर होता है. वजन कंट्रोल करता है. पेट संबंधित समस्याएं जैसे अपच, ब्लोटिंग, कब्ज आदि दूर रखता है. हालांकि, लोग नवरात्रि के दौरान कुट्टू का आटा मार्केट से खरीद तो लाते हैं, लेकिन ये पहचान पाने में गलती कर बैठते हैं कि कुट्टू आटा असली है या नकली. कहीं कोई मिलावट तो नहीं किया गया है इसमें. आप भी खरीदने वाले हैं चैत्र नवरात्रि में व्रत के दौरान खाने के लिए कुट्टू का आटा तो इस तरह करें मिलावट की पहचान.
कुट्टू के आटे में मिलावट की पहचान के टिप्स
– कुट्टू का आटा व्रत के दौरान लोग खूब खरीदते हैं ताकि व्रत में इससे पौष्टिक व्यंजन बनाकर खा सकें. एफएसएसएआई के अनुसार, कुट्टू के आटे में इन दिनों काफी मिलावट की जाती है. इसमें हानिकारक कलरिंग, बीज, टॉक्सिक, जहरीली चीजें मिलाई जाती हैं, ऐसे में हर किसी को खरीदते वक्त अलर्ट रहना चाहिए.
– कई बार इसमें रेत, कीड़े, घुन हो सकते हैं. इसकी पहचान करने के लिए आटा गूंदते समय इसे अच्छी तरह से छलनी से छानकर चेक करें. अगर फ्रेश आटा होगा तो इसमें से कुछ नहीं निकलेगा.
– कुट्टू के आटे को आप एक गिलास पानी में थोड़ा सा डालें. गिलास को स्थिर रहने दें. आटा गिलास के तले में बैठ जाए तो असली है और गंदगी पानी पर तैरती दिखे तो समझ जाएं कुट्टू के आटे में मिलावट किया गया है.
– शुद्ध कुट्टू का आटा हल्के भूरे और ग्रे रंग का होता है. यह गूंदने पर फैलता नहीं और पानी में जब आप इसे डालेंगे तो नीचे बैठ जाएगा.
-गूंदते समय अगर आटा बिखरने लगता है तो इसमें किसी ना किसी चीज की मिलावट की गई है. असली आटा गूंदते समय बिखरेगा नहीं. जब भी आटा मार्केट से खरीदें तो पैकेट पर FSSAI का मार्क जरूर देखें.
-इसी तरह गिलास में एक चम्मच कुट्टू का आटा और कार्बन टेट्राक्लोराइड दस से बीस एमएल डाल दें और अच्छी तरह से मिक्स करें. गिलास में पानी भी डाल दें. स्थिर रहने दें. कुछ देर में मिलावटी चीज जैसे रेत, मिट्टी, गंदगी ग्लास के तले में जाकर बैठ जाएगी.
– कुछ लोग कुट्टू के आटे में एर्गोट नामक एक हानिकारक पदार्थ मिला देते हैं. इस तरह का मिलावटी आटा खाकर आप बीमार हो सकते हैं. इसके रेगुलर सेवन से कैंसर तक होने का रिस्क बढ़ सकता है.एक गिलास में पानी डालें. इसमें थोड़ा सा कुट्टू का आटा और नमक डालें. आप देखेंगे कि अगर इसमें एर्गोट की मिलावट होगी तो वह पानी के ऊपर आ जाएगा.
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