नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर की हवा एक बार फिर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है, और कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के खतरनाक स्तर को पार कर गया है. इस जहरीली हवा से बचने के लिए लोग मास्क और एयर प्यूरीफायर का सहारा ले रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस कार को आप प्रदूषण से बचने के लिए एक सुरक्षित कवच मान रहे हैं, उसके अंदर की हवा बाहर की हवा से भी 40% तक ज्यादा जहरीली हो सकती है? यह चौंकाने वाला खुलासा वियरेबल एयर प्यूरीफायर बनाने वाली कंपनी ‘एटीवियो’ के फाउंडर अनमय ने किया है. उनके अनुसार, हमारी कुछ छोटी-छोटी गलतियों की वजह से हमारी कार एक ‘पॉल्यूशन चैंबर’ में तब्दील हो जाती है, जहां हम और हमारा परिवार जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर होते हैं.
अनमय के अनुसार, अगर दिल्ली का AQI लेवल 300-400 है, तो आपकी कार के अंदर का AQI 40-50% तक ज़्यादा हो सकता है. इसके मुख्य कारण हैं.
रिसर्कुलेशन बटन का गलत इस्तेमाल: यह सबसे बड़ी वजह है. ज़्यादातर लोग इस बटन का सही तरीके से इस्तेमाल करना नहीं जानते, जिससे बाहर की प्रदूषित हवा लगातार कार के अंदर आती रहती है और अंदर ही कैद हो जाती है.
गंदे AC फिल्टर: कार के एयर कंडीशनर (AC) का फिल्टर हवा में मौजूद धूल और प्रदूषकों को रोकता है. समय पर इसे न बदलने से यह खुद प्रदूषण का स्रोत बन जाता है और केबिन में गंदी हवा फेंकता है.
बंद जगह में प्रदूषण का जमा होना: कार एक बंद डिब्बे की तरह होती है. बाहर से आने वाले प्रदूषण के साथ-साथ हमारी छोड़ी हुई कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और कार के डैशबोर्ड और प्लास्टिक से निकलने वाले हानिकारक तत्व (VOCs) भी अंदर ही जमा होते रहते हैं, जिससे हवा और ज्यादा जहरीली हो जाती है.
कार के अंदर की हवा को कैसे रखें साफ?
अनमय ने इस गंभीर समस्या से बचने के लिए कुछ आसान और प्रभावी तरीके भी बताए हैं.
रिसर्कुलेशन बटन का सही इस्तेमाल
ट्रैफिक में या प्रदूषित इलाके में: जब आप भारी ट्रैफिक, रेड लाइट या ज़्यादा प्रदूषण वाले इलाके में हों, तो हमेशा रिसर्कुलेशन मोड (Recirculation Mode) ऑन रखें. इससे बाहर की जहरीली हवा अंदर नहीं आएगी और केबिन की हवा ही ठंडी होती रहेगी.
हाईवे पर या साफ इलाके में: जब आप किसी खुले हाईवे पर हों या ऐसे इलाके में जहां हवा साफ हो, तो फ्रेश एयर मोड (Fresh Air Mode) ऑन कर दें. इससे कार के अंदर जमा हुई कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य प्रदूषक बाहर निकल जाएंगे और ताजी हवा अंदर आएगी.
AC फिल्टर को समय पर बदलें
खासकर दिल्ली-एनसीआर जैसे प्रदूषित शहरों में रहने वाले लोगों को सर्दियों के मौसम में, जब प्रदूषण चरम पर होता है, अपना AC फिल्टर कम से कम दो बार जरूर बदलवाना चाहिए. एक साफ फिल्टर केबिन की हवा को काफी हद तक शुद्ध रखता है.
गाड़ी स्टार्ट करते समय सावधानी
जब आप गाड़ी स्टार्ट करें, तो पहले 5 मिनट के लिए फ्रेश एयर मोड पर पंखा चला दें ताकि रात भर में जमा हुई बासी और प्रदूषित हवा बाहर निकल जाए. इन छोटी-छोटी लेकिन महत्वपूर्ण आदतों को अपनाकर आप अपनी कार को एक सुरक्षित केबिन में बदल सकते हैं और दिल्ली-एनसीआर के इस ज़हरीले प्रदूषण में भी अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-delhi-ncr-aqi-in-car-40-percent-worse-than-outside-anmay-reveals-local18-ws-l-9795790.html
