How to Check Fake Milk at Home: दिवाली का त्योहार आते ही घरों में दूध, घी और मावा की खुशबू फैल जाती है. हर घर में कहीं खीर बन रही होती है तो कहीं बर्फी और गुलाब जामुन के लिए मावा तैयार होता है. लेकिन इसी रौनक के बीच एक बड़ी चिंता छिपी होती है- दूध में मिलावट. दिवाली के समय दूध और मावा की डिमांड इतनी बढ़ जाती है कि कुछ सप्लायर्स और डेयरी वाले इसमें पानी, डिटर्जेंट या स्टार्च जैसी चीजें मिलाकर उसे असली दूध जैसा बना देते हैं. ये नकली दूध न सिर्फ मिठाई का स्वाद बिगाड़ देता है, बल्कि सेहत पर भी सीधा असर डालता है. अच्छी बात ये है कि आपको इसके लिए किसी लैब टेस्ट की जरूरत नहीं, बल्कि कुछ आसान घरेलू तरीकों से आप खुद पता कर सकते हैं कि आपका दूध असली है या मिलावटी.
दिवाली जैसे त्योहारों पर दूध, खोया और पनीर की मांग सालभर के मुकाबले कई गुना बढ़ जाती है. मिठाई की दुकानों, हलवाइयों और डेयरियों को हर दिन हज़ारों लीटर दूध की जरूरत पड़ती है. ऐसे में कई छोटे सप्लायर डिमांड पूरी करने के लिए शॉर्टकट अपनाते हैं. नतीजा होता है मिलावटी दूध, जो न तो पौष्टिक होता है और न ही सुरक्षित. इससे मिठाइयां जल्दी खराब हो जाती हैं और शरीर में हानिकारक तत्व पहुंच जाते हैं.

असली दूध क्यों जरूरी है?
दूध को संपूर्ण आहार कहा गया है क्योंकि इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन्स और हेल्दी फैट्स सभी होते हैं. अगर आप असली और शुद्ध दूध का सेवन करते हैं, तो ये शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाता है:
- 1. हड्डियों को मजबूत और मसल्स को स्ट्रॉन्ग बनाता है.
- 2. इम्यूनिटी बढ़ाता है और डाइजेशन बेहतर करता है.
- 3. शरीर की एनर्जी और मेटाबॉलिज्म को बनाए रखता है.
- 4. स्किन और बालों को हेल्दी रखता है.
- 5. मिठाई या खीर जैसे व्यंजन में असली स्वाद देता है.
घर पर ऐसे पहचानें असली और नकली दूध
FSSAI के “Eat Right India” और DART (Detect Adulteration with Rapid Test) गाइडलाइंस के मुताबिक कुछ आसान घरेलू तरीके हैं जिनसे आप दूध की सच्चाई जान सकते हैं.
1. वॉटर टेस्ट
एक पॉलिश या स्लांटेड सतह पर दूध की एक बूंद डालें. अगर वो धीरे-धीरे बहे और सफेद निशान छोड़े, तो दूध शुद्ध है. अगर वो तेज़ी से बह जाए और निशान न छोड़े, तो उसमें पानी मिला है.
2. डिटर्जेंट टेस्ट
दूध और पानी बराबर मात्रा में किसी बोतल में मिलाएं और हिलाएं. अगर झाग ज्यादा और साबुन जैसा बनने लगे, तो इसमें डिटर्जेंट मिला है. शुद्ध दूध में सिर्फ हल्की सी झाग बनती है.
3. स्टार्च टेस्ट
थोड़ा दूध लें और उसमें कुछ बूंदें आयोडीन (Iodine) की डालें. अगर रंग नीला पड़ जाए तो समझिए दूध में स्टार्च मिलाया गया है ताकि वो गाढ़ा लगे.
4. टेक्सचर टेस्ट
दूध की कुछ बूंदें उंगलियों पर रगड़ें. अगर वो फिसलन भरा या साबुन जैसा लगे तो उसमें केमिकल या डिटर्जेंट हो सकता है. उबालने पर ऐसा दूध पीला या कड़वा हो जाता है.
मिलावटी दूध पीने के नुकसान
त्योहारों के समय अगर आप नकली दूध से बनी मिठाइयां खाते हैं, तो ये आपकी हेल्थ पर असर डाल सकता है:
- 1. डाइजेशन प्रॉब्लम: डिटर्जेंट या यूरिया वाले दूध से गैस, पेट दर्द या उल्टी हो सकती है.
- 2. फूड पॉइज़निंग: दूषित दूध में बैक्टीरिया होते हैं जो फूड पॉइज़निंग का कारण बन सकते हैं.
- 3. किडनी पर असर: केमिकल वाले दूध का लंबे समय तक सेवन किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है.
- 4. न्यूट्रिशन की कमी: पतला दूध प्रोटीन, फैट और विटामिन्स से खाली होता है.
- 5. एलर्जी: नकली दूध में मौजूद केमिकल्स से कुछ लोगों को स्किन या गले में एलर्जी हो सकती है.
शुद्ध दूध खरीदते वक्त इन बातों का ध्यान रखें
- 1. दूध हमेशा भरोसेमंद ब्रांड या FSSAI सर्टिफाइड डेयरी से खरीदें.
- 2. खुले या बिना लेबल वाले दूध से बचें.
- 3. पैकेट पर एक्सपायरी डेट और बैच कोड जरूर चेक करें.
- 4. दूध को हमेशा उबालकर ही इस्तेमाल करें.
- 5. फ्रिज में स्टोर करें और 24 घंटे के भीतर उपयोग करें.
नतीजा
दिवाली मिठास और खुशियों का त्योहार है, लेकिन अगर दूध शुद्ध नहीं होगा तो मिठाई का स्वाद और सेहत दोनों बिगड़ जाएंगे. इस बार त्योहार से पहले दूध की जांच जरूर करें और अपने परिवार को सेहतमंद मिठास का तोहफा दें.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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