जयपुर. गुड़ एक प्राकृतिक सुपर फूड है. यह मीठा ठोस खाद्य पदार्थ की तरह होता है जो गन्ने ताड़ के रस को उबालकर कर सुखाने के बाद तैयार होता है, इसके बाद इसका रंग भी बदल जाता है. सर्दियों में गुड़ खाना बहुत अच्छा माना जाता है. भारतीय संस्कृतिक रूप से गुड़ का आहार परंपरा में शामिल होता रहा है, कई शुभ अवसरों पर गुड़ खाना शुभ माना जाता है. भारतीय परंपरा में अभी भी किसी शुभ काम की शुरुआत मिठाई खिलाकर नहीं बल्कि गुड़ से मुंह मीठा करके की जाती है.
क्या है नेचुरल गुड़ बनाने का प्रोसेस
मीठे और स्वादिष्ट गुड़ बनाना के लिए कई प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. अच्छा गुड़ बनाने के लिए सबसे पहले गन्ने को फैक्ट्री में लाया जाता है. यहां गन्ने को कोल्हू में डालकर फेरा जाता है. यह गुड़ बनाने की सबसे पुरानी पद्धति मानी जाती है, जिसके बाद गन्ने के रस को अलग कर लिया जाता है. गन्ने के रस अलग करने के बाद उसे अच्छी तरह छानकर उससे वेस्ट मटेरियल बहार निकाल लिया जाता है और तरल पदार्थ को बड़े से बर्तन में गर्म कर लिया जाता है.
तीन चरणों में होती है सफाई
इसके बाद यहां से एक बार फिर सफाई का चरण शुरू होता है जो तीन चरणों में किया जाता है. गन्ने से प्राप्त रस को लगातार हिलाया जाता है. रस में से गंदगी अलग करने के लिए इसमें लिक्विड डाला जाता है जिससे रस में मौजूद गंदगी झाग के रूप में ऊपर जमा आ जाती है. जिसे अलग कर लिया जाता है. रस को लगातार उबलने से यह गाढ़ा हो जाता है. धीरे-धीरे इसका रंग गहरा होने लगता है. इसके बाद गुड़ को एक बड़े बर्तन में ठंडा किया जाता है.
ऐसे होती है पेेकिंग
ठंडा होने के बाद ही गुड़ सख्त हो जाता है. गुड़ पूरी तरह से ठंडा होने पर इसको अलग-अलग भाग में डली के रूप में तैयार करके बाद में पैक कर दिया जाता है. प्राकृतिक रूप से तैयार गुड़ एक अच्छी मिठाई और खाने के लिए तैयार हो जाता है अब इसे बाजार में भेज दिया जाता है.
गुड़ के औषधीय फायदे
प्राकृतिक रूप से तैयार गुड एक पौष्टिक आहार की तरह है. आयुर्वेदिक डॉक्टर पिंटू भारती ने बताया कि गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को संक्रमण भी बचाते हैं. इसमें अनेक औषधीय गुण पाए जाते हैं. इसके अलावा इसमें पर्याप्त मात्रा कैल्शियम और फ़ॉस्फ़ोरस होता है जो हड्डियों को मज़बूत बनाता है. इसके लगातार सेवन से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है. वही गुड़ में कार्बोहाइड्रेट होता है जिससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा मिलती है. इसमें मौजूद खनिज इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाते हैं.
पीरियड्स के दर्द में देता है आराम
डॉक्टर ने बताया कि गुड़ के लगातार सेवन से त्वचा साफ़ होती है और मुंहासे नहीं होते. अच्छी त्वचा के लिए यह अच्छा आहार माना जाता है. गुड़ खाने से पीरियड्स के दर्द में आराम मिलता है. इसमें मौजूद पोषक तत्व पीरियड्स के दर्द को काफी हद तक काम कर देते हैं. इसके सेवन से ब्लड प्रेशर के रोगियों को राहत मिलती है. गुड में पर्याप्त मात्रा में सोडियम पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने में सहायक माना जाता है.
FIRST PUBLISHED : December 22, 2024, 13:02 IST
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