RO से साफ दिखने वाला पानी भी अगर प्यूरीफायर गंदा हो तो बैक्टीरिया, केमिकल, और गंदगी से भरा हो सकता है, जो धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाता है.
हर 3 से 6 महीने में:
यह गंदगी और मिट्टी को रोकता है, जिससे RO की मुख्य झिल्ली खराब नहीं होती.
हर 6 से 12 महीने में:
ये फिल्टर ही असली काम करते हैं, बैक्टीरिया, हार्ड मिनरल्स, और केमिकल हटाने का.
हर 12 महीने में:
अगर पानी का स्वाद या रंग बदल जाए:
यह संकेत हो सकता है कि फिल्टर खराब हो चुका है.
अगर समय पर सफाई न कराई जाए तो क्या हो सकता है?
जोखिम असर
केमिकल का फिल्टर न होना लीवर और किडनी पर असर.
पानी का स्वाद खराब मिनरल्स का असंतुलन.
फिल्टर चोक हो जाना RO पूरी तरह बंद भी हो सकता है.
हेल्दी टिप:
अगर TDS बढ़ जाए या पानी का फ्लो धीमा हो जाए तो सर्विस करवाएं.
हर 6 महीने में RO की सर्विसिंग और साल में एक बार डीप क्लीनिंग जरूरी है, नहीं तो साफ पानी के नाम पर आप बीमारियों का पानी पी रहे होंगे.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/tips-and-tricks-how-often-should-ro-be-cleaned-for-good-health-otherwise-it-can-harm-your-health-ws-l-9573669.html