गोरखपुर /रजत भट्ट: गोरखपुर में योग गुरु परमहंस योगानंद (Yog Guru Paramahamsa Yogananda) ‘मुकुंद लाल घोष’ की जन्मस्थली को पर्यटन स्थल के रूप में जल्दी विकसित करने की योजना को धरातल पर उतारा जाएगा. इसको लेकर प्रदेश कैबिनेट ने योगानंद मुक्तिपुर, असकरगंज के जिस मकान में रह रहे थे. उस आवास की जमीन को निशुल्क उपलब्ध कराने की सहमति दे दी है. पर्यटन विभाग की ओर से जल्द ही यहां पर्यटन स्थल तैयार किया जाएगा. योगानंद से जुड़ी वस्तुओं को धरोहर के रूप में सुरक्षित रखा जाएगा. इसके लिए लगभग कुल 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे. यहां 19 करोड़ रुपये की पहली किस्त पर्यटन विभाग को मिल चुकी है.
परमहंस योगानंद की जन्मस्थली पर जल्द ही विभाग की ओर से पर्यटन स्थल बनाया जाएगा. इसको लेकर दिसंबर 2023 में प्रशासन की टीम ने शहर के नखास चौक कोतवाली के बगल में स्थित जिस मकान में 5 जनवरी ‘1893’ को परमहंस योगानंद का जन्म हुआ था, उसके सर्वे का प्रस्ताव भी तैयार कर लिया गया है. अब इसी जगह पर जल्द ही पर्यटन विभाग की ओर से पर्यटन स्थल बनाया जाएगा. योगानंद के पिता भगवती चरण घोष रेलवे में नौकरी करते थे. वह पूरे परिवार के साथ शेख अब्दुल रहीमपुर अच्छन बाबू के मकान में किराए पर रहते थे. शासन ने इस पूरे पर्यटन स्थल को लेकर मार्च में ही मंजूरी दे दी थी. वहीं 19 करोड़ रुपए की पहली किस्त भी जारी कर दी गई है.
संग्रहालय में मौजूद होंगे खड़ाऊ, रुद्राक्ष
परमहंस योगानंद जिस कमरे में रहते थे, उस कमरे में उनका सामान मौजूद है. पर्यटन विभाग की ओर से जिस जगह पर पर्यटन स्थल बनाया जाएगा, वहां एक संग्रहालय भी होगा. इसमें उनसे जुड़ी वस्तुएं रखी जाएंगी. यहां खड़ाऊं, रुद्राक्ष, मालाएं, लैंप और उनकी पुस्तक संरक्षित रहेगी. मकान में रहने वाले शेखू बताते हैं कि आज भी मकान में परमहंस योगानंद का कई सामान मौजूद है. उन्हें यहां हर कोई बड़ा प्यार और दुलार करता है. वहीं DM कृष्णा कांग्रेस ने बताया कि योगानंद जिस मकान में रहते थे उसकी रजिस्ट्री प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जाएगी. साथ ही पूरा काम करने के बाद इसे पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने का काम शुरू किया जाएगा और पर्यटन स्थल बनाया जाएगा.
FIRST PUBLISHED : July 3, 2024, 10:35 IST
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