Last Updated:
हर साल सितंबर के महीने में हरिद्वार यात्रियों से गुलजार रहता है, लेकिन साल 2025 में हालात बिल्कुल अलग हैं. इस बार हर की पैड़ी यात्रियों की राह देख रही है. घाटों और बाजारों के साथ-साथ हरिद्वार के होटल भी श्रद्धालुओं और पर्यटकों के इंतजार में खाली पड़े हैं. आइए देखते है यहां की तस्वीरें…
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार देश में कुल 7 धार्मिक नगर ऐसे हैं, जो बेहद पवित्र और हिंदुओं की आस्था का प्रतीक हैं. सालभर इन धार्मिक नगरी में श्रद्धालुओं का आगमन होता रहता है और श्रद्धालु यहां धार्मिक अनुष्ठान आदि करके पुण्य अर्जित करते हैं.
इन सभी 7 धार्मिक नगरियों में हरिद्वार हिंदुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है, जहां सालभर देश के अलग-अलग राज्यों और विदेशों से श्रद्धालु धार्मिक अनुष्ठान और गंगा स्नान आदि करने के लिए आते रहते हैं. हरिद्वार 12 महीने यात्रियों से गुलजार रहता है.
साल 2025 में सितंबर का महीना चल रहा है और पिछले कुछ दिनों से प्रकृति का कहर, यानी लगातार बरसात हो रही है. हर साल सितंबर के महीने में हर की पैड़ी श्रद्धालुओं से गुलजार रहती है, लेकिन, साल 2025 में यहां श्रद्धालु नजर नहीं आ रहे हैं. यह पहली बार हुआ है जब हरिद्वार में यात्रियों की संख्या ना के बराबर है.
बरसात के कारण उत्तराखंड में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिनकी वजह से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं ने अपनी यात्रा रोक दी है. हर की पैड़ी के घाट हों या बाजार, सभी श्रद्धालुओं के आने की राह देख रहे हैं. हर की पैड़ी के साथ-साथ हरिद्वार के होटल भी यात्रियों के इंतजार में खाली पड़े हैं.
व्यापार की दृष्टि से साल 2025 होटल व्यापारियों और दुकानदारों के लिए कुछ खास नहीं रहा. पहलगाम अटैक के बाद यात्रियों की संख्या में गिरावट आई थी, वहीं सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलने के कारण लोगों ने अपनी होटल बुकिंग कैंसिल कर दी थी. इसके अलावा, उत्तरकाशी आपदा के बाद भी करीब 85 प्रतिशत यात्रियों ने अपना हरिद्वार आने का प्लान रद्द कर दिया था.
पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण हरिद्वार में यात्रियों की संख्या लगभग ना के बराबर रह गई है. हरिद्वार हर की पैड़ी का मालवीय घाट हो या अन्य घाट, सभी यात्रियों की राह देख रहे हैं. यहां पिछले कुछ दिनों से भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है और मौसम विज्ञान विभाग प्रतिदिन चेतावनी दे रहा है. इस समय हरिद्वार हर की पैड़ी का दृश्य बिल्कुल अलग नजर आ रहा है.
सितंबर के पहले सप्ताह में ही हरिद्वार का नजारा बिल्कुल बदला हुआ है. यहां श्रद्धालु लगभग ना के बराबर हैं. हरिद्वार की ऐसी तस्वीरें पहले कभी नहीं देखी गईं. लगातार हो रही बरसात और उत्तराखंड में आई आपदा के कारण यात्री हरिद्वार से दूरी बनाए हुए हैं.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/travel-rain-and-disaster-in-haridwar-reduce-number-of-devotees-to-zero-know-reason-flood-2025-local18-ws-kl-9583345.html