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गयाजी के जैकी कुमार साइकिल से 12 ज्योतिर्लिंग और 11 शक्तिपीठों की यात्रा पर निकले हैं. उन्होंने यह यात्रा मंगला गौरी मंदिर से शुरू की है. करीब 25-26 हजार किलोमीटर की इस यात्रा को वे एक वर्ष में पूरा करेंगे. रोजाना 60-70 किलोमीटर का सफर करते हुए वे देवघर, कालीघाट सहित विभिन्न धार्मिक स्थानों का दर्शन कर आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रसार कर रहे हैं.
कोडरमा. कहते हैं कि यदि मन में दृढ़ संकल्प और आस्था हो तो कोई बाधा बड़ी नहीं होती. इतिहास में कई ऐसे लोग हुए हैं जिन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद दुनिया भर की यात्राएं पूरी कीं और अपने जीवन को एक नई दिशा दी. इसी कड़ी में बिहार के गयाजी के निवासी जैकी कुमार का नाम भी जुड़ गया है. जैकी कुमार इन दिनों अपनी साइकिल से भारत के 12 ज्योतिर्लिंग और 11 शक्तिपीठों की धार्मिक यात्रा पर निकल चुके हैं. उनका उद्देश्य सिर्फ दर्शन करना ही नहीं बल्कि जीवन में आध्यात्मिक समृद्धि हासिल करना और आस्था के माध्यम से सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार करना है.
26 हजार किलोमीटर की साइकिल यात्रा
local 18 से विशेष बातचीत के दौरान जैकी कुमार ने बताया कि उन्होंने अपनी इस यात्रा की शुरुआत 5 नवंबर को गयाजी के प्रसिद्ध मंगला गौरी शक्तिपीठ में विधिवत पूजा-अर्चना कर की. इसके बाद वह साइकिल से कोडरमा होते हुए देवघर में बाबा बैद्यनाथ के दर्शन के लिए जा रहे हैं. देवघर के बाद उनकी अगली यात्रा कोलकाता स्थित शक्तिपीठ कालीघाट की होगी. जहां से वे गूगल मैप पर निकटतम मार्गों के अनुसार अन्य ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठों के दर्शन करते अपनी यात्रा को आगे बढ़ाएंगे. उन्होंने बताया कि उनकी यह पूरी यात्रा करीब 25 से 26 हजार किलोमीटर की होने वाली है जिसे एक वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
60-70 किलोमीटर का रोजाना सफर
उन्होंने बताया कि इससे पहले वह गया से अयोध्या धाम तक पैदल यात्रा भी कर चुके हैं. उनका मानना है कि जिंदगी एक बार मिलती है और यदि इच्छाएं दिल में दबी रह जाएं तो जीवन अधूरा रह जाता है. आर्थिक समस्याओं को पीछे छोड़ते हुए उन्होंने साइकिल यात्रा को ही अपनी साधना के रूप में स्वीकार किया है. यात्रा के दौरान उन्हें अनेक चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है. कहीं ऊबड़-खाबड़ सड़कें, तो कहीं मौसम की मार. लेकिन फिर भी वे प्रतिदिन 60 से 70 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं. शाम होने पर वे स्थानीय लोगों के सहयोग से रुकने की व्यवस्था करते हैं और कई बार मंदिर परिसर, ढाबा और खाली स्थानों में टेंट लगाकर रात बिताते हैं.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/travel-26-thousand-kilometeres-amazing-cycle-tour-for-visting-12-jyotirlings-local18-ws-l-9827629.html
