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निमाड़ का ‘छोटा गोवा’, चारखेड़ा बना इको टूरिज्म स्पॉट का हब, नए साल पर लगी रही पर्यटकों की भीड़

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खंडवा: नए साल पर प्रकृति के बीच सुकून और रोमांच की तलाश कर रहे पर्यटकों के लिए खुशखबरी है. खंडवा जिले के चारखेड़ा में इको टूरिज्म स्पॉट पूरी तरह से तैयार हो चुका है और इसे नववर्ष पर पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा. यहां जंगल के बीच बटरफ्लाई पार्क, इको टूरिज्म हट, नेचर ट्रेल, कैंपिंग, और ट्रैकिंग जैसी सुविधाएं मिलेंगी. यह क्षेत्र निमाड़ का ‘छोटा गोवा’ बनकर उभरा है, जहां प्राकृतिक सुंदरता और शांति का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा.

चारखेड़ा इको टूरिज्म स्पॉट: मुख्य आकर्षण
चारखेड़ा इको टूरिज्म स्पॉट खंडवा मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर स्थित है. यह स्थान पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विकसित किया गया है.

क्षेत्रफल:
12 हेक्टेयर में फैला यह स्पॉट ग्रीन इंडिया मिशन के तहत तैयार किया गया है.
प्रमुख आकर्षण:
बटरफ्लाई पार्क: यह निमाड़-मालवा का पहला बटरफ्लाई गार्डन है.
इको टूरिज्म हट और टेंट सिटी: 5 हट और 4 टेंट में रुकने की व्यवस्था.
नेचर ट्रेल: जंगल के घने वातावरण में ट्रैकिंग का रोमांच.
मियाबाकी प्लांटेशन: सघन पौधारोपण क्षेत्र.
रेस्ट हाउस: आरामदायक और शांतिपूर्ण रुकने की सुविधा.
सुविधाएं:
जंगल सफारी
कैम्पिंग
पानी की व्यवस्था के लिए स्टॉप डेम और चेक डेम.
पर्यटकों के लिए क्या-क्या रहेगा खास?
वन विभाग ने यहां पर पर्यटकों की सुविधा और मनोरंजन के लिए कई योजनाएं बनाई हैं.

प्रकृति के करीब रहने का अनुभव:
पर्यटक यहां जंगल के बीच टेंट और हट में रुककर प्राकृतिक सुंदरता का लुत्फ उठा सकते हैं.
वन्यजीवों और बटरफ्लाई पार्क का आनंद:
बटरफ्लाई गार्डन में विभिन्न प्रकार की तितलियां देखने को मिलेंगी.
नेचर ट्रेल और ट्रैकिंग:
घने जंगल के बीच बनी नेचर ट्रेल्स पर्यटकों को रोमांचित करेंगी.
पर्यावरण संरक्षण का संदेश:
सघन पौधारोपण और जल संरक्षण के माध्यम से यह क्षेत्र पर्यावरण संतुलन को बढ़ावा देगा.
वन विभाग करेगा संचालन
चारखेड़ा इको टूरिज्म स्पॉट के संचालन के लिए वन विभाग ने खुद जिम्मेदारी लेने का फैसला किया है.

प्रारंभिक योजना:
पहले इसे इंडियन कैफे हाउस जैसी कंपनियों को देने की योजना थी, लेकिन अब विभाग इसे अपने स्तर पर संचालित करेगा.
कर्मचारियों की देखरेख:
वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी इको टूरिज्म स्पॉट का प्रबंधन करेंगे.
परियोजना पर खर्च और विकास
पूंजी निवेश:
इस परियोजना पर लगभग 5-7 करोड़ रुपये का खर्च किया गया है.
समय:
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में तीन साल लगे.
ग्रीन इंडिया मिशन:
ग्रीन इंडिया मिशन के तहत 35-40 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधारोपण किया गया है.
जल संरक्षण:
स्टॉप डेम, चेक डेम और तलैया के माध्यम से जल प्रबंधन सुनिश्चित किया गया है.
कैसे पहुंचें चारखेड़ा इको टूरिज्म स्पॉट?
चारखेड़ा इको टूरिज्म स्पॉट खंडवा से 45 किमी और अन्य प्रमुख शहरों से भी आसानी से पहुंचा जा सकता है. सड़क मार्ग के जरिए पर्यटक यहां आसानी से आ सकते हैं.

पर्यावरण और पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण कदम
चारखेड़ा इको टूरिज्म स्पॉट न केवल पर्यटकों को जंगल सफारी और प्रकृति का आनंद देगा, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों में भी योगदान देगा.

पर्यावरण में सुधार:
सघन पौधारोपण और जल संरक्षण के माध्यम से इस क्षेत्र का इको-सिस्टम बेहतर होगा.
पर्यटन को बढ़ावा:
इको टूरिज्म स्पॉट स्थानीय पर्यटन को प्रोत्साहित करेगा और रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/travel-charkheda-eco-tourism-spot-nimar-mini-goa-nature-trail-butterfly-park-local18-8935252.html

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