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VTR में शुरू हुआ जंगल सफारी का सिलसिला, मॉनसून के बाद फिर शुरू हुई सेवा, नौका विहार का भी मिलेगा मजा

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 पश्चिम चम्पारण. लंबे समय के इंतजार के बाद वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व में एक बार फिर जंगल सफारी का सिलसिला शुरू हो चुका है. घने जंगल और खूबसूरत वादियों के बीच बसे VTR के विभिन्न रेंज पर्यटकों से गुलजार हो उठे हैं. गुरुवार 23 अक्टूबर को वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र अंतर्गत स्थित होटल वाल्मीकि विहार से क़रीब छह बजे सुबह में इस वर्ष के जंगल सफारी सत्र की औपचारिक शुरुआत की गई. मजे की बात यह है कि शुरुआत के पहले दिन ही 200 से अधिक पर्यटकों ने जंगल सफारी का आनंद लिया, जिन्हें भालू, हिरण, सांभर जैसे कई वन्य जीवों को देखने का रोमांचक अनुभव मिला.

हरी झंडी दिखाकर की गई पर्यटन सत्र की शुरुआत 
बता दें कि वन संरक्षक डॉ. नेशामणि और डीएफओ विकास अहलावत ने हरी झंडी दिखाकर सफारी जीपों को रवाना किया, जिससे चार महीने के बाद बंद पड़े पर्यटन सत्र का सफल शुभारंभ हुआ. इन सफारी गाड़ियों में लखनऊ से आए सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट के पर्यटक डॉ. एहसास ओमीन, मोतिहारी के अरशद जमील, और गोरखपुर के अभिषेक विवेक अपने अपने परिवार के साथ शामिल थे.

पर्यटकों को हुआ वन्य जीवों का दीदार 
जंगल सफारी के दौरान पर्यटकों को भालू, सांभर, हिरण, मोर और जंगली मुर्गे  सहित अनगिनत पक्षियों को बेहद करीब से देखने का मौका मिला. पर्यटक राजन कुमार बताते हैं कि वे कई बार जंगल सफारी कर चुके हैं, लेकिन पहली बार भालू को इतने करीब से देखने का मौका मिला है.

इस वजह से बंद की जाती है सफारी 
वन संरक्षक डॉ. नेशामणि के.बताते हैं कि जानवरों के प्रजनन और मानसून सीजन को देखते हुए चार महीने तक जंगल सफारी को बंद रखा गया था. अब इस सत्र की शुरुआत के साथ ही वन विभाग प्राइवेट जीपों को भी जंगल सफारी के लिए चलाने की अनुमति देगी. इच्छुक स्थानीय लोग वन विभाग से संपर्क कर अपनी अनुमति सुनिश्चित कर सकते हैं.

जैव विविधता और प्रकृति के दुर्लभ नज़ारों का गढ़
क़रीब 900 वर्ग किलोमीटर में फैले वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व में बाघ सहित, तेंदुए, स्ट्राइप्ड हाइना, इंडियन वुल्फ, गौर, किंग कोबरा, क्लाउडेड लेपर्ड, ढोल(जंगली कुत्ते), सेरो(चट्टानों पर चढ़ने वाली बकरी), चीतल और सांभर, स्लॉथ बियर इत्यादि सहित अनगिनत दुर्लभ जीवों का बसेरा है. जहां तक बात पर्यटन स्थलों की है, तो इनमें महर्षि वाल्मीकि आश्रम, प्राचीन कालेश्वर मंदिर, जटाशंकर मंदिर, नरदेवी मंदिर, गोवर्धना, सोफा मंदिर इत्यादि प्रसिद्ध हैं.नेपाल की सीमा पर बसे इस रिज़र्व में आप प्राकृतिक के अद्वितीय नज़ारे और सफारी सहित राफ्टिंग जैसी एक्टिविटी का आनंद ले सकते हैं.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/travel-safari-series-started-in-vtr-tourists-are-seeing-rare-animals-in-the-dense-forest-local18-ws-l-9773248.html

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