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World Photography Day: उदयपुर, जिसे “झीलों की नगरी” कहा जाता है, हर फ्रेम में नया जीवन भरने वाला शहर है. फतेहसागर, पिछोला और स्वरूप सागर जैसी झीलों की चमकती सतहें, पानी में उतरती धूप, बोट्स की परछाइयां और आसमान में उड़ते पक्षी, ये सब मिलकर फोटोग्राफरों को स्वप्निल अवसर देते हैं. वहीं, सिटी पैलेस, सज्जनगढ़ किला और जग मंदिर जैसे ऐतिहासिक स्थल अपनी अद्भुत वास्तुकला से हर शॉट में गहराई और कहानी जोड़ते हैं. सूर्योदय और सूर्यास्त दृश्य फोटोग्राफी में एक मनोहर मूड जोड़ते हैं.
अगर आपको भी फोटोग्राफी का शौक है, तो उदयपुर शहर आपके लिए किसी खजाने से कम नहीं है. राजस्थान का यह शहर न केवल अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि इसकी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत फोटोग्राफरों के कैमरे में जीवन भर के लिए कैद हो जाने लायक है.
उदयपुर को ‘झीलों की नगरी’ कहा जाता है और यहां की हर झील अपने आप में एक कहानी बयां करती है. फतेह सागर, पिछोला, स्वरूप सागर जैसी झीलें सूरज की किरणों में जब चमकती हैं, तो वह नज़ारा किसी भी फोटोग्राफर के लिए किसी सपने से कम नहीं होता. झील किनारे बैठी बोट्स, झील में उतरती धूप की परछाई और आसमान में उड़ते पक्षी, ये सब कुछ एक अद्भुत फ्रेम बनाते हैं.
इतिहास में रुचि रखने वाले फोटोग्राफर्स के लिए भी उदयपुर किसी स्वर्ग से कम नहीं. सिटी पैलेस, सज्जनगढ़ किला, बगोर की हवेली, करणी माता मंदिर और जग मंदिर जैसे ऐतिहासिक स्थल न केवल वास्तुकला के शानदार उदाहरण हैं, बल्कि हर कोण से बेहतरीन फोटोग्राफी का मौका देते हैं. इन जगहों की बनावट, नक्काशी, और दीवारों पर बने चित्र फोटोज में गहराई और कहानी जोड़ते हैं.
मानसून में जब पहाड़ियों पर हरियाली छा जाती है, तो सज्जनगढ़, बड़ी की पहाड़ियां और बामनिया कुण्ड जैसे स्थान किसी पेंटिंग की तरह नजर आते हैं.सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यहां की तस्वीरें स्वाभाविक रूप से बेहद खूबसूरत बन जाती हैं.
फोटोग्राफी शिक्षक और एक्सपर्ट्स का मानना है कि उदयपुर का हर कोना कुछ कहता है. चाहे वो पुरानी गलियों की दीवारें हों या हाथ से बने रंग-बिरंगे दरवाजे सबमें एक विशेष आकर्षण है.
उदयपुर की लोक संस्कृति अपने आप में बेहद खास है. यहां की वेशभूषा और स्थानीय जीवनशैली भी फोटोज में विविधता लाने का कार्य करती हैं.यही वजह है कि दुनिया भर के पर्यटक यहां खींचे चले आते है.
उदयपुर एक ऐसा शहर है जहां नज़ारे खुद तस्वीर बनने को बेताब रहते हैं.प्रोफेशनल फोटोग्राफर हों या फिर शौकिया कैमरा थामने वाले हर किसी के लिए यह शहर एक अनुभव है, जिसे फ्रेम में कैद करना अपने आप में एक कला है.
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