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भगवान मेरी प्रार्थना सुन रहे हैं… ये मैं कैसे समझूं? भक्त के पूछने पर संत प्रेमानंद महाराज ने बता दिए संकेत

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Sant Premanand Maharaj: वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. उनके प्रवचन के वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल होते रहते हैं, जिनमें वो तमाम तरह के सवालों का जवाब देते हैं. इसी क्रम म…और पढ़ें

भगवान मेरी प्रार्थना सुन रहे हैं..ये मैं कैसे समझूं? प्रेमानंद जी ने दिया जवाब

भगवान के प्रार्थना सुनने पर ये मिलते हैं संकेत. (Canva)

हाइलाइट्स

  • प्रेमानंद महाराज ने बताया, आनंद की अनुभूति हो तो भगवान सुन रहे हैं.
  • प्रार्थना करते समय मन शीतल हो तो भगवान सुन रहे हैं.
  • भक्त की भाव से भरी पुकार अक्सर भगवान सुनते ही हैं.

Sant Premanandji Maharaj: भारत में सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहने वाले साधु-संतों में संत प्रेमानंद महाराज भी एक हैं. आजकल उनकी लोकप्रियता विदेशों तक फैली हुई है. संत प्रेमानंदजी महाराज एक दिव्य विभूति जिन्होंने अपनी मधुर वाणी और भक्तिमय जीवन से लाखों लोगों को प्रेरित किया है. उनके प्रवचन काफी प्रेरणादायक होते हैं. इसलिए उनके प्रवचन के वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल होते रहते हैं, जिनमें वो तमाम तरह के सवालों का जवाब देते हैं. एक बार संत प्रेमानंद से एक भक्त ने सवाल किया कैसे पता चलेगा कि प्रभु हमारी प्रार्थना सुन रहे हैं. इस पर उन्होंने बहुत ही सटीक जबाव दिया. इसपर भक्त भी संतुष्ठ हो गया. आइए जानते हैं संत प्रेमानंद ने क्या दिया जवाब-

प्रेमानंद महाराज बताते हैं कि, हम अक्सर हम भगवान से प्रार्थन करते हैं कि, हे भगवान! मेरे अच्छे दिन कब आएंगे? कब हमारी समस्याओं का अंत होगा? और भी कई तरह के सवाल हो सकते हैं. ऐसे में हमें कई बार लगता है कि, क्या भगवान हमारी प्रार्थना सुनते भी है या नहीं? इसी सवाल को लेकर एक भक्त ने प्रेमानंद महाराज से सवाल किया. इसपर संत ने बहुत ही रोचक तरह से भक्त के सवाल का जवाब दिया.

भगवान के प्रार्थना सुनने पर मिलते हैं यह संकेत

– प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि जब हमें आनंद की अनुभूति होती जाती है तो इसका अर्थ है कि भगवान ने हमारी प्रार्थना सुन रहे हैं.

– जब भी हम भगवान से प्रार्थना करते हैं तो हमारा मन शीतल होते जाता है. भगवान आपकी वही, बात सुनेंगे जो भाव से भरी होगी.

– प्रेमानंद जी कहते हैं कि, भाव रहित पुकार भगवान सुनते ही नहीं है. भाव से जब हम पुकारते हैं तो हमारे भाव में ही उत्तर आ जाता है.

– हमने अपनी पुकार सेकेंड में पूरी होते देखी है. जब लगे कि भगवान के सिवा हमें कोई बचा नहीं सकता. तब यह बात तुरंत भगवान के पास जाती है.

संकट प्रेमानंद जी का भी भगवान ने दिया साथ

प्रेमानंद महाराज जी आगे एक उदाहरण देते हुए बताता है कि एक बार आदमी नशे में मोटरसाइकिल चलाते हुए आ रहा था और हम मस्ती से जा रहे है ठाकुर जी के दर्शन करने के लिए जा रहे थे तो हमारे मुख से निकला राधा वह मोटरसाइकिल सीधा हमारे पैरों में आकर रुकी गई. इसका मतलब है कि, कभी भी संकट विपत्ति पर जब केवल भगवान का भरोसा होता है और केवल भगवान की पुकार होती है तो एक ही सेकंड में उसका परिणाम देखने को मिलता है.

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भगवान मेरी प्रार्थना सुन रहे हैं..ये मैं कैसे समझूं? प्रेमानंद जी ने दिया जवाब


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