Last Updated:
अगर घर में हर काम अधूरा रह जाए, संतान सुख न मिले, शादी में अड़चन आए, आर्थिक नुकसान हो, बच्चों की सेहत प्रभावित हो या घर में मानसिक तनाव बढ़े, सपनों में सांप दिखें या असमय मृत्यु हो तो यह पितृ दोष का संकेत हो सकता है. ऐसे मामलों में समाधान के लिए कुंडली की जांच जरूरी है.
अगर घर में हर काम अधूरा रह जाता है, मेहनत का फल नहीं मिलता या सालों से संघर्ष चल रहा है, तो यह पितृ दोष का संकेत हो सकता है. कुंडली की जांच कर इसका समाधान करना जरूरी है.
पितृ दोष के कारण कई दंपति को संतान सुख नहीं मिलता या बार-बार गर्भपात होता है. शादी के कई सालों बाद भी अगर बच्चों की खुशखबरी नहीं आती, तो यह ज्योतिषीय दोष का असर हो सकता है.
अच्छे रिश्ते आने के बावजूद शादी बार-बार टल जाती है या बात बनते-बनते बिगड़ जाती है. शादी के बाद भी घर में झगड़े और तनाव बना रहता है, यह पितृ दोष की ओर इशारा करता है.
कितनी भी मेहनत करने पर धन नहीं टिकता, व्यापार में नुकसान होता है या नौकरी में असफलताएं मिलती हैं. लगातार कर्ज बढ़ना और आर्थिक परेशानियां रहना भी पितृ दोष का लक्षण माना जाता है.
घर के छोटे बच्चे अगर बार-बार बीमार पड़ते हैं या उनका शारीरिक और मानसिक विकास धीमा है, तो यह पितृ दोष का संकेत हो सकता है. ऐसे घरों में बीमारी अक्सर एक के बाद एक फैलती रहती है.
पितृ दोष वाले परिवार में अक्सर रिश्तों में दूरी, झगड़े और मानसिक तनाव ज्यादा देखने को मिलता है. घर का माहौल भारी और नकारात्मक हो जाता है, जिससे सुख-शांति भी दूर हो जाती है.
अगर बार-बार सपनों में सांप नजर आते हैं या घर में किसी सदस्य की असमय मृत्यु होती है, तो यह पितृ दोष का गहरा संकेत माना जाता है. इसे गंभीरता से लेकर समाधान कराना जरूरी है.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/astro/astro-tips-pitr-dosh-causes-conflict-stress-and-financial-trouble-at-home-know-reason-and-solution-local18-photogallery-ws-kl-9580436.html