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Ayodhya latest News: कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को चित्रगुप्त की पूजा आराधना की जाती है. इसी दिन भैया दूज का पर्व भी मनाया जाता है.
अयोध्या: सनातन धर्म में हर पर्व का विशेष महत्व होता है. पांच दिवसीय दीपावली के बीच भगवान चित्रगुप्त की भी पूजा आराधना का विधान है. प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भगवान चित्रगुप्त की पूजा आराधना की जाती है. देशभर के कायस्थ समाज के लोग इस दिन चित्रगुप्त मंदिर में जाकर भगवान चित्रगुप्त की विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना करते हैं. इसके अलावा इसी दिन भैया दूज का पर्व भी मनाया जाता है.
कब है भगवान चित्रगुप्त की पूजा
क्या है पूजा विधि
इस दिन प्रात काल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करना चाहिए ,एक चौकी पर श्वेत रंग का वस्त्र डालकर घी का दीपक जलाना चाहिए. भगवान चित्रगुप्त की प्रतिमा रखनी चाहिए चंदन लगाना चाहिए. धूप दीप आरती करनी चाहिए. उसके बाद एक कलम रखनी चाहिए. सादा पेपर रखना चाहिए.
आरती के दौरान कलम की आरती करनी चाहिए. सादा पेपर पर श्री गणेशाय नमः का नाम लिखना चाहिए. श्री गणेशाय नमः का 11 बार उच्चारण करना चाहिए. उसके बाद अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए भगवान चित्रगुप्त से प्रार्थना करनी चाहिए .