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Remedies For Kartik Purnima : कार्तिक पूर्णिमा के दिन हल्दी, घी और दीपक से किए गए विशेष पूजा‑उपाय से धन, संपत्ति और समृद्धि में वृद्धि होती है. कहा जाता है कि इस उपाय से खाली तिजोरी भी जल्दी भरने लगती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
कार्तिक माह की पूर्णिमा का विशेष धार्मिक महत्व माना जाता है. इस दिन भगवान लक्ष्मी-नारायण के साथ-साथ भगवान शिव की पूजा-अर्चना का विधान है. अयोध्या के ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम के अनुसार, वैदिक पंचांग के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा 5 नवंबर, बुधवार को मनाई जाएगी. पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 4 नवंबर की रात 10:36 बजे से होगी और इसका समापन 5 नवंबर की रात 8:24 बजे पर होगा. इस दिन स्नान, दान और दीपदान का विशेष पुण्य फल प्राप्त होता है.
कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरी पूर्णिमा, देव दीपावली और गंगा स्नान पर्व के नाम से भी जाना जाता है. उदया तिथि के अनुसार पूर्णिमा तिथि का व्रत 5 नवंबर को रखा जाएगा. और इस दिन गंगा जैसे पवित्र नदियों में स्नान का भी विधान है .कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान, दान, दीपदान और पूजा का विशेष महत्व है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा तिथि के दिन किया गया कोई भी शुभ कार्य कई गुना फल भी प्रदान करता है. ऐसी स्थिति में 100 साल बाद ज्योतिष गणना के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर दुर्लभ योग का निर्माण भी हो रहा है. जिसमें सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, अश्वनी नक्षत्र का विशेष संयोग बन रहा है.
ये तीनों योग धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत शुभ और फलदायी मानी जा रही है. इस विशेष योग में किए गए पूजा-पाठ, व्रत और दान से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. कार्तिक पूर्णिमा के दिन श्रद्धा और भक्ति से भगवान लक्ष्मी-नारायण और भगवान शिव की आराधना करने से माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है.
पूर्णिमा तिथि के दिन माता लक्ष्मी की पूजा में लाल रंग के फूल का विशेष महत्व होता है. इस दिन श्रद्धापूर्वक माता लक्ष्मी को लाल फूल अर्पित करने के बाद कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है. ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर भक्तों पर अपनी कृपा बरसाती हैं, जिससे जीवन में सुख, समृद्धि और धन की वृद्धि होती है.
पूर्णिमा तिथि के दिन अगर आप 11 कौड़ियों पर पिसी हुई हल्दी लगाकर माता रानी को समर्पित करते हैं. घी का दीपक प्रज्वलित करते हैं. लक्ष्मी चालीसा का पाठ करते हैं उसके बाद इन कौड़ियों को धन वाले स्थान पर रखते हैं तो ऐसा करने से धन संबंधी समस्या भी दूर होती है और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
