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Maa Vindhyavasini Dham: यूपी के मां विंध्यवासिनी धाम में अब कैश न होने पर भी भक्तों को दान के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. दर्शन के लिए लाइन के अंदर ही रहकर भक्त यूपीआई के जरिए दान दे सकेंगे. बता दें कि भक्तों …और पढ़ें
लगा क्यूआर कोड
हाइलाइट्स
- मां विंध्यवासिनी धाम में अब यूपीआई से दान की सुविधा शुरू.
- भक्त क्यूआर कोड स्कैन कर ऑनलाइन दान कर सकेंगे.
- दान की राशि से नि:शुल्क खिचड़ी और प्रसाद वितरित होगा.
मिर्जापुर: यूपी के मिर्जापुर जिले में स्थित मां विंध्यवासिनी धाम में अब भक्त यूपीआई के जरिए दान कर सकेंगे. विंध्यवासिनी धाम में दान की यह व्यवस्था यूपीआई के जरिए शुरू की गई है. अब कैश न होने पर भी भक्तों को दान के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. दर्शन के लिए कतारबद्ध होकर ही लाइन के अंदर ही रहकर भक्त आराम से यूपीआई के जरिए दान दे सकेंगे. भक्तों के द्वारा दान में दिए गए धनराशि का उपयोग हजारों भक्तों के पेट भरने के लिए किया जाएगा. यूपीआई से पेमेंट को लेकर पहले से प्रक्रिया चल रही थी. अब ऑनलाइन दान की सुविधा शुरू कर दी गई है.
मां विंध्यवासिनी धाम में दोपहर में भक्तों को नि:शुल्क खिचड़ी वितरित किया जाता है. श्री विंध्य पंडा समाज व विंध्य विकास परिषद के सहयोग से गरीबों में खिचड़ी वितरित किया जाता है. मां के धाम में अभी तक यूपीआई से दान की सुविधा उपलब्ध नहीं थी.
धाम में 18 जगह लगी है दान पेटिका
बता दें कि 18 स्थानों पर दान पेटिका लगाए गए हैं. इनमें 16 मां विंध्यवासिनी के धाम में और एक-एक अष्टभुजा और कालीखोह में लगाए गए हैं. कुछ दिनों पहले यूपीआई के जरिए दान की पहल की गई. प्रस्ताव तैयार होने के बाद अब यूपीआई से पेमेंट के लिए क्यूआर कोड लगा दिए गए हैं. यह पैसे विंध्य निःशुल्क अन्नक्षेत्र समिति के खाते में जाएंगे.
क्यूआर से कर सकेंगे दान
श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पं. पंकज द्विवेदी ने Bharat.one से बताया कि मां के धाम में भक्तों को निःशुल्क खिचड़ी खिलाई जाती है. हजारों भक्तों को निःशुल्क खिचड़ी वितरित की जाती है. निःशुल्क अन्न वितरण के कार्यक्रम में जो भी भक्त अपने स्वेच्छा से अन्न के बराबर की धनराशि दान में देना चाह रहे हैं, तो धाम में लगे क्यूआर कोड से दे सकते हैं. धनराशि का प्रयोग निःशुल्क खिचड़ी और भक्तों को अन्य वितरित होने वाले प्रसाद में किया जाएगा. धाम में क्यूआर कोड स्कैनर लगा दिए गए हैं.