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शादी विवाह में क्यों लिए जाते हैं सात फेरे, देवघर के ज्योतिषी से जानें हिंदू धर्म में 7 नंबर का महत्व

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देवघर. हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में से एक शादी विवाह संस्कार भी शामिल है. शादी विवाह पूरे नियम विधि से करना शुभ माना जाता है. हिंदू धर्म में शादी विवाह के दौरान सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि भगवान भी उस विवाह के साक्षी बनते हैं. शादी विवाह एक ऐसा पवित्र बंधन है, जो ना सिर्फ दो लोग जुटते हैं, बल्कि दो परिवारों का भी मिलन होता है. रीती रीवाज से की गई शादी में कई रस्में निभाई जाती हैं. उनमें से एक है वर वधु द्वारा लिए गए 7 फेरे. शादी विवाह मे 7 फेरे क्यूों लिए जाते हैं. 7 संख्या का क्या महत्व है. आइए जानते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य से?

देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि विवाह का शाब्दिक अर्थ होता है उत्तरदायित्व का वहन करना. सामाजिक विवाह में कई रीति रिवाज रस्म निभाई जाती है. शास्त्र में सात फेरे का वर्णन मिलता है, जिसमें वर आगे रहकर चार फिर लेते हैं फिर वधू आगे रहकर तीन फेरे लेती है. हिन्दू धर्म में सात फेरे को विवाह की स्थिरता का प्रमुख स्तंभ माना गया है और हमारे धर्म में 7 संख्या का बेहद खास महत्व होता है.

क्या है 7 संख्या का महत्व
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि साथ संख्या का हमारे धर्म में बेहद खास महत्व है. संगीत के सुर भी सात ही होते हैं. इंद्रधनुष के रंग भी सात होते हैं. लोग जिस दिनचर्या की शुरुआत करते हैं. वह दिन भी सात ही होते हैं. इसलिए हिंदू धर्म में सात संख्या बेहद शुभ माना जाता है.

शादी विवाह में कई लिए जाते है सात फेरे
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि शादी विवाह में सात फेरा बेहद शुभ माना जाता है. वर वधु अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेते हैं. पहले चार फेरे में वर आगे होते हैं और दूसरे तीन फेरे में वधू आगे रहती है. योग ज्ञान के अनुसार, मानव शरीर मैं ऊर्जा और शक्ति के सात केंद्र स्थित है. शादी में वर वधु सात फेरे लेकर अपनी समस्त ऊर्जा और शक्ति एक दूसरे को समर्पित करने का वचन देती है. साथ ही सात जन्मों तक दूसरे का साथ निभाने का भी वचन देती है, इसलिए हिन्दू धर्म में सात फेरे शुभ माना जाता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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