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Astrological Prediction For 2026: साल 2025 से ज्यादा भयावह होगा भारत का साल 2026, भूकंप-चक्रवात-बाढ़-तबाही! जानें भविष्य के गर्भ में क्या है

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Astrological Prediction For New Year 2026: साल 2025 में एक के बाद एक ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिससे हर कोई प्रभावित हुआ है. कुंभ में भगदड़, आग का लगना, पहलगाम अटैक, ऑपरेशन सिंदूर, अहमदाबाद प्लेन क्रैश, भूकंप आदि कई घटनाओं ने पूरे भारत को झकझोर दिया है. अब हर किसी के मन की इच्छा है कि जैसा साल 2025 गया है, वैसा साल 2026 ना हो. लेकिन साल 2026 में ग्रहों की ऐसी स्थिति रहेगी, जो कई बड़ी घटनाओं को अंजाम देंगी, जिसका प्रभाव देश दुनिया समेत अर्थव्यवस्था, भारतीय राजनीति आदि सभी पर पड़ेगा. आइए जानते हैं साल 2026 के गर्भ क्या क्या है…

भयानक घटनाएं होंगी साल 2026 में
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, साल 2026 में जो भी घटनाएं घटने वाली हैं, बहुत ही भयानक घटनाएं होंगी, जिसमें प्रकृति अपना रुद्र रूप दिखाएगी और जान माल का बेहद नुकसान होने की आशंका बन रही है. साल 2026 में सूखे के साथ-साथ फसलों की बर्बादी भी देखने को मिलेगी. भारतीय राजनीति में बड़ा बदलाव हो सकता है और आतंकवादी गतिविधियां भी बढ़ सकती हैं. कुल मिलाकर, सार्वजनिक जीवन अस्थिर हो सकता है और इससे आपको बहुत सावधान रहना होगा.

देवगुरु बृहस्पति बढ़ा सकते हैं समस्याएं
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, बृहस्पति गोचर 2026, नए साल में देवगुरु बृहस्पति 2 जून तक बुध के घर मिथुन राशि में रहेंगे. फिर 2 जून से 31 अक्टूबर तक कर्क राशि में रहेंगे. बृहस्पति के कर्क राशि में होने पर जलवायु में विशेष परिवर्तन देखने को मिलेंगे. परिणामस्वरूप, बाढ़, तूफान, चक्रवात सहित विभिन्न प्राकृतिक आपदाएं देखने को मिल सकती हैं. 2 जून को बृहस्पति का गोचर भारत और पाकिस्तान के बीच भारी समस्याएं खड़ी कर सकता है. हालांकि, इससे भारत को कोई नुकसान नहीं होगा.

राहु केतु करने वाले हैं गोचर
साल 2026 में राहु-केतु गोचर करने वाले हैं. वर्तमान में राहु कुंभ राशि में और केतु सिंह राशि में हैं. लेकिन साल 2026 में राहु कुंभ राशि से निकलकर मकर राशि में और केतु सिंह राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. वहीं मंगल का राशि परिवर्तन 2026 में, ग्रहों के सेनापति मंगल के व्यवहार में विशेष परिवर्तन होगा. मंगल ग्रह 16 जनवरी को राशि परिवर्तन करेंगे. पृथ्वी पुत्र मंगल धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे. फिर साहस और पराक्रम का तत्व धीरे-धीरे कुंभ, मीन, मेष, कर्क, मिथुन और कर्क राशि में भी गोचर करेंगे.
साल 2026 में शनि और सूर्य की युति
साल 2026 में शनि और सूर्य की युति भी बनेगी. साथ ही बृहस्पति की राशि मीन में दो शत्रु ग्रहों की महायुति होगी. तब शनि के साथ मंगल, राहु और केतु की अशुभ युति बनेगी. इस अशुभ युति की वजह से कई देशों में कूटनीतिक दबाव धीरे-धीरे बढ़ेगा. साथ ही युद्ध भी देखने को मिल सकते हैं, जगह-जगह हिंसा बढ़ेगी और नए भौतिक महागठबंधन उभरेंगे. किसी राज्य का पतन होगा तो नए राज्य के जन्म लेंगे.

साल 2026 में भारत की बढ़ेगी शक्ति
साल 2026 में भारत की शक्ति कई गुना बढ़ेगी और वह शक्ति दुश्मनों को कुचल देगी. लेकिन समय समय पर युद्ध की आशंका भी रहेगी. सीमा पर धीरे-धीरे तनाव बढ़ सकता है और प्राकृतिक आपदाएं भी आएंगी, जिससे जान माल दोनों का नुकसान होगा. अगले साल जुलाई से लेकर अगस्त तक का समय बेहद खतरनाक रहने वाला है. खासकर 12 जुलाई 2026 से 15 अगस्त 2026 तक की स्थिति बेहद खतरनाक हो सकती है. क्योंकि उस समय बृहस्पति, चंद्रमा और सूर्य एक ही समय में कर्क राशि में होंगे, इससे विनाश हो सकता है. कुल मिलाकर, भविष्यवाणी की जा रही है कि साल 2026 में एक भयानक दिन आने वाले हैं.

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