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Baba Mahakal Darshan: महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल के दर्शन करने मात्र से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. कार्तिक मास में बाबा महाकाल का हर रोज विशेष श्रृंगार किया जा रहा है. भस्म आरती के बाद बाबा का श्रृंगार किया जाता है और भक्त बाबा के दर्शन करने के लिए रात भर लाइन में लगे रहते हैं. आइए विनायक चतुर्थी पर करें बाबा महाकाल के दर्शन…
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत किया जाता है और इस पावन अवसर पर आज मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रात 4 बजे भस्म आरती में भक्तों को भगवान महाकाल के दिव्य दर्शन प्राप्त हुए. मंदिर के कपाट खुलते ही पुजारियों ने गर्भगृह में विराजमान भगवान महाकाल का पंचामृत (दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस) से अभिषेक कर पूजन-अर्चन किया. इसके बाद बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई. महाकालेश्वर मंदिर शिप्रा नदी के तट पर स्थित है और 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. मान्यताओं के अनुसार, दर्शन करने मात्र से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और इच्छाएं पूरी हो जाती हैं. आइए विनायक चतुर्थी पर करें बाबा महाकाल के दर्शन…
विनायक चतुर्थी के विशेष अवसर पर बाबा महाकाल को भांग, चंदन, ड्रायफ्रूट्स और सुगंधित पुष्पों से अलंकृत किया गया. उनके मस्तक पर त्रिनेत्र स्वरूप बेलपत्र धारण कराया गया, जिसने उनके स्वरूप को और अलौकिक बना दिया. श्रृंगार के बाद हर किसी की नजर बाबा पर ही बनी रही. रजत शेषनाग मुकुट और रुद्राक्ष की मालाओं से सज्जित महाकाल का रूप देखते ही बनता था. पूरी आरती के दौरान मंदिर परिसर में ‘जय महाकाल’ के जयघोष गूंज उठे और वातावरण भक्तिमय हो गया. भस्म आरती में शामिल होने के लिए देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते है.
भक्तों के लिए सौभाग्य की बात
भक्तों ने बताया कि बाबा के निराकार से साकार होते हुए स्वरूप का साक्षात दर्शन करना जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य है. आरती के पश्चात पुजारियों की ओर से भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया और मंदिर परिसर में भक्ति संगीत की ध्वनियां गूंजती रहीं. आरती में हजारों श्रद्धालु बाबा महाकाल के दिव्य दर्शन के लिए रात 1 बजे से ही मंदिर के बाहर लाइन में लगे हुए थे.
कार्तिक मास में प्रतिदिन विशेष अनुष्ठान
महाकालेश्वर मंदिर प्रशासन के अनुसार, कार्तिक मास में प्रतिदिन विशेष अनुष्ठान और श्रृंगार किए जा रहे हैं. आज का श्रृंगार सबसे मनमोहक माना गया, जिसमें बाबा के त्रिनेत्र स्वरूप ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. उन्होंने बताया कि रोजाना बाबा को नए स्वरूप में तैयार किया जाता है. हर स्वरूप का अपना महत्व होता है. श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही देखने को मिलती है. एक-एक करके श्रद्धालुएं बाबा का दर्शन करते है, किसी को कोई परेशान न हो, इसका विशेष ध्यान दिया जाता है. सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंधन किए गए है. जगह-जगह सुरक्षाकर्मियों को भी तैनात किया जाता है, जिससे किसी कोई परेशानी न हो और हर श्रद्धालु दर्शन पूजन कर सके.
बाबा महाकाल की नगरी में पहला लाइट एंड साउंड शो
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर की महिमा अपार है. बाबा के दरबार में दूर-दूर से भक्त कष्टों से मुक्ति पाने के लिए आते हैं. अब उज्जैन के इतिहास और पवित्र शिप्रा नदी की महिमा को भी जान पाएंगे. मंदिर में भक्तों को उज्जैन के इतिहास से अवगत कराने के लिए लेजर लाइट शो रखा गया और शो देखने के लिए भक्तों की भीड़ देखी गई. उज्जैन के बाबा महाकाल के मंदिर में वाटर स्क्रीन लाइट एंड साउंड शो श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है. शो में भगवान महाकाल की संपूर्ण गाथा, शिप्रा नदी और उज्जैन का इतिहास इनोवेटिव तरीके से दिखाया गया, जिससे आज के युवा बाबा महाकाल और सनातन धर्म के बारे में जान सकें.
मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प…और पढ़ें
मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प… और पढ़ें
