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Chandra Grahan 2025: भोपाल, इंदौर, उज्जैन व ग्वालियर में इस समय देख सकेंगे चंद्र ग्रहण, इतने बजे शुरू हो जाएगा सूतक काल

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Chandra Grahan 2025 Timing: ज्योतिषियों की मानें तो 7 सितंबर को दिखने वाला चंद्र ग्रहण एकदम लाल दिखेगा, जिसे ब्लड मून के नाम से भी जाना जाता है. यहां आप जानेंगे भोपाल, इंदौर, उज्जैन व ग्वालिय समेत अन्य शहरों में ग्रहण लगने का समय क्या रहेगा. (रिपोर्ट:शुभम/उज्जैन)

इस साल की भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि बेहद खास है. खास इसलिए क्योंकि इस दिन ही साल का अंतिम चंद्र ग्रहण भी लगने जा रहा है. यह ग्रहण न केवल खगोलीय दृष्टि से विशेष है, बल्कि धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

यह ग्रहण भारत में दिखेगा, जिस वजह से ग्रहण का असर भी पूरे देश भर में पड़ने वाला है.वैज्ञानिक नजरिए से ग्रहण एक खगोलीय घटना माना जाता है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण एक अशुभ समय होता है.

यह चंद्र ग्रहण भारत के अलावा एशिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, अंटार्कटिका जैसी जगहों पर भी दिखाई देने वाला है, जिससे इस बार भारत मे सूतक मान्य होगा. आइए उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज से जानते है कि भोपाल, इंदौर, उज्जैन व ग्वालियर में कब से कब तक चंद्रग्रहण लगेगा जानें अपने शहर की टाइमिंग.

साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर, रविवार को रात 9 बजकर 58 मिनट पर लगेगा और इसका समापन 8 सितंबर की रात 1 बजकर 26 मिनट पर होगा. इस दौरान जप और ध्यान करना इस समय कई गुना फलदायी होता है.

ज्योतिषियों की मानें तो 7 सितंबर को दिखने वाला चंद्र ग्रहण एकदम लाल दिखेगा, जिसे ब्लड मून के नाम से भी जाना जाता है. साथ ही अगर बात करे मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन व ग्वालियर की, तो यहा भी चंद्र ग्रहण का समय एक ही देखने को मिलेगा.

सूतक काल की बात करें, तो चंद्र ग्रहण के शुरू होने से करीब 9 घंटे पहले सूतक काल प्रारंभ हो जाता है. चूंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा, इसलिए सूतक काल का प्रभाव भी यहां लागू होगा.

सूतक काल के दौरान पूजा-पाठ और अन्य शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है. आगामी चंद्र ग्रहण का सूतक काल दोपहर 12:57 बजे शुरू हो जाएगा. ग्रहण का स्पर्श, मध्य व मोक्ष संपूर्ण भारत में दृश्यमान रहेगा.

वैसे तो भगवान की पूजा आरधना किसी भी समय कर सकते है. लेकिन इस बार साल का यह अंतिम ग्रहण भारत में दिखाई देगा, इस दौरान हर शुभ कार्य के साथ भगवान की भी पूजा नहीं की जाएगी. इसलिए धार्मिक उपायों को करने से नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सकता है, जैसे कि इस दौरान ईष्टदेव के मंत्रों का जाप करें, खासकर चंद्र मंत्रों का उच्चारण करें. मंत्रों का जाप सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है.

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भोपाल, इंदौर, उज्जैन व ग्वालियर में इस समय लगेगा चंद्र ग्रहण, जानें सूतक काल

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