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Chandra Grahan 2025 Sutak Time: उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज के अनुसार 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण जल्द आज 9 बजकर 58 मिनट पर लगेगा और इसका समापन 8 सितंबर की रात 1 बजकर 26 मिनट पर होगा. ज्योतिषियों की मानें तो 7 सितंबर को दिखने वाला चंद्र ग्रहण एकदम लाल दिखेगा.
आज भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि है, जो बेहद खास है. खास इसलिए, क्योंकि आज के दिन ही साल का अंतिम चंद्र ग्रहण भी लगने जा रहा है. यह ग्रहण भारत में दिखेगा, जिस वजह से ग्रहण का असर भी पूरे देश भर में पड़ने वाला है.
वैज्ञानिक नजरिए से ग्रहण एक खगोलीय घटना माना जाता है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण एक अशुभ समय होता है. यह चंद्र ग्रहण भारत के अलावा एशिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, अंटार्कटिका जैसी जगहों पर भी दिखाई देने वाला है.
वैज्ञानिक नजरिए से ग्रहण एक खगोलीय घटना माना जाता है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण एक अशुभ समय होता है. यह चंद्र ग्रहण भारत के अलावा एशिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, अंटार्कटिका जैसी जगहों पर भी दिखाई देने वाला है
यह ग्रहण इस बार भारत मे दिखाई डेगा इसलिए इसका सूतक भी मान्य होगा. ग्रहण के कारण कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य नही किया जाता है. इतना ही नही इस दौरान, तो देवी-देवताओं की पूजा पाठ भी वर्जित बताई जाती है.
चंद्र ग्रहण के दिन नकारात्मक शक्तियां सक्रिय होती हैं. इसलिए इस दिन देवी-देवताओं की प्रतिमा या मंदिर को छूने बचना चाहिए. इसलिए ग्रहण से पहले घर के पूजा स्थल को लाल या पीले रंग के कपड़े से ढक कर रखें.
भगवान के पूजन अर्चना बंद होने के साथ चंद्र ग्रहण के दिन आपको तुलसी के पौधे और पीपल, बरगद के पेड़ को स्पर्श करने से भी बचना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से आपको दोष लग सकता है.
इस चंद्र ग्रहण के दिन आपको नुकीली चीजों जैसे चाकू, सुई, कैची आदि का इस्तेमाल करने से भी बचना चाहिए. इस दौरान इन चीजों को छूना अशुभता का संकेत है.
धार्मिक उपायों को करने से नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सकता है, जैसे कि इस दौरान ईष्टदेव के मंत्रों का जाप करें, खासकर चंद्र मंत्रों का उच्चारण करें. मंत्रों का जाप सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है.