अयोध्या: सनातन धर्म एकादशी तिथि बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है. प्रत्येक महीने दो एकादशी तिथि आती है. साल में 24 एकादशी तिथि पर व्रत रखने का विधान है. प्रत्येक एकादशी भगवान श्री हरि विष्णु को समर्पित होती है, लेकिन देव उठानी एकादशी का महत्व अधिक माना जाता है क्योंकि इस एकादशी के दिन भगवान श्री हरि विष्णु चार माह के योग निद्रा के बाद जागते हैं और तभी से सभी तरह के शुभ अथवा मांगलिक कार्य शुरू होते हैं.
हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के एकादशी तिथि को देव उठानी एकादशी के नाम से जाना जाता है, जो इस वर्ष 1 नवंबर को मनाई जाएगी. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के निमित्त व्रत भी रखा जाता है और इसी दिन चातुर्मास का समापन भी होगा. ऐसी स्थिति में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भगवान विष्णु को कुछ राशि के जातक बेहद प्रिय होते है जिनके जीवन में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं. श्री हरि विष्णु के जागते ही उनको भरपूर आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. ऐसी स्थिति में चलिए जानते हैं कहीं आप भी तो नहीं है उस राशि में शामिल.
पूजा विधि
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातक पर हमेशा भगवान श्री हरि विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त से धन का लाभ होता है, रुके हुए सभी कार्य पूरे होने लगते हैं, भाग्य का साथ मिलता है और धार्मिक कार्यों में रुचि बनी रहती है.
कर्क राशि के जातक पर भगवान विष्णु का आशीर्वाद बना रहता है, धन आगमन के मार्ग प्रशस्त होते हैं, व्यापार में वृद्धि होती है, नौकरी में तरक्की होती है, जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर होते हैं और मानसिक शांति बनी रहती है.
सिंह राशि
सिंह राशि के जातक के लिए करियर और बिजनेस दोनों में तरक्की के योग बनते हैं, श्री हरि विष्णु की कृपा से पुराने निवेश में लाभ मिलता है, परिवार में सम्मान बढ़ता है, धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ती है, भगवान विष्णु इस राशियों पर अपनी विशेष कृपा भी बरसाते हैं.
तुला राशि के जातक के लिए भाग्य का साथ जीवन में स्थिरता बनी रहेगी, आर्थिक रूप से यह समय अच्छा रहेगा, आध्यात्मिक की तरफ झुकाव रहेगा, मानसिक संतुलन बना रहेगा माता लक्ष्मी की विशेष कृपा मिलती रहेगी.
