देवघर. जैसे ही सूर्य धनु राशि में गोचर करेंगे धनु संक्रांति की शुरुआत हो जायेगी. इसे खरमास भी कहते हैं. खरमास में सभी प्रकार के मांगलिक कार्य शादी विवाह, मुंडन, जनेऊ इत्यादि बंद हो जाते हैं. इसके साथ ही सभी प्रकार के शुभ कार्य भी बंद हो जाते हैं. खरमास को अशुभ महीना माना जाता है, लेकिन माना जाता है कि खरमास के महीने में माँ लक्ष्मी की आराधना हो और विशेस तिथि में हो, तो माता लक्ष्मी बेहद प्रशन्न होती हैं. जातक के घर में धन की कमी नही होती है. खरमास के किस तिथि में करना चाहिए माता लक्ष्मी पूजन जानते है देवघर के ज्योतिषाचार्य से?
क्या कहते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य?
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि सूर्य के धनु राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास शुरु हो जाएगा, जिसे पूस का महीना भी कहा जाता है. इस साल खरमास की शुरुआत 15 दिसंबर को होने वाला है और समापन 14 जनवरी होगा. यानी पूरे एक महीने खरमास रहने वाला है. खरमास के दिनों में सभी प्रकार के मांगलिक और शुभ कार्य बंद हो जाते है ,लेकिन माता तुलसी की पूजा आराधना करनी चाहिए. क्युंकी माता तुलसी को लक्ष्मी का प्रतिक माना गया है. वहीं खरमास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को अगर माता लक्ष्मी की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ की जाए, तो घर मे सुख समृद्धि की वृद्धि होती है.
किस विधि से करें पूजा
ज्योतिषाचार्य बताते हैं वैसे तो खरमास अशुभ है, लेकिन खरमास महीने की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि माता लक्ष्मी की पूजा आराधना की सबसे उत्तम तिथि मानी जाती है. इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा आराधना पंचोउपचार विधि से करनी चाहिए. साथ ही तुलसी का मंजरी और कमल का पुष्प अगर माता लक्ष्मी को अर्पण करते हैं तो माता लक्ष्मी बेहद प्रसन्न होती हैं. घर में आर्थिक समस्या समाप्त हो जाती और सुख समृद्धि की वृद्धि होती है.
FIRST PUBLISHED : December 14, 2024, 11:29 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
