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Vastu Tips For Kitchen: घर का वास्तु ठीक होना बहुत जरुरी माना जाता है. क्योंकि अगर घर में वास्तुदोष होंगे तो वहां तरक्की और खुशहाली नहीं आएगी और फिर घर परिवार की तरक्की रुक जाती है.

Vastu Tips For Kitchen: किचन का वास्तुदोष भी बनता है परिवार में आपसी मनमुटाव का कारण, जल्द से जल्द ऐसे करें इसे ठीक
हाइलाइट्स
- किचन का वास्तु ठीक रखना जरूरी है.
- किचन में लाल बल्ब लगाने से वास्तुदोष कम होता है.
- मुख्य द्वार और किचन दरवाजा आमने-सामने न हो.
Vastu Tips For Kitchen: आज का दौर में लगभग हर व्यक्ति वास्तु के नियमानुसार कार्य करना ही पसंद करता है. वास्तुशास्त्र के अनुसार कार्यों को करने पर जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है और मनुष्य के जीवन सुख शांति बनी रहती है. क्योंकि हमारे आसपास की एनर्जी का हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है और अगर घर का वास्तु खराब है तो माना जाता है कि ऐसे में घर की ऊर्जा भी प्रभावित होती है.
वास्तुशास्त्र कहता है कि घर में रखी हर एक चीज व हर एक कमरे का अनुकूल दिशा में होना आवश्यक होता है. सही दिशा में कमरों व चीजों का होना हमारे जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाता है. लेकिन क्या आपको पता है कि बेडरूम, बाथरूम के साथ-साथ किचन का वास्तु ठीक होना बेहद आवश्यक है. क्योंकि अगर किचन का वास्तु ठीक ना रहे तो घर में कलह और अशांति रहती है. तो आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य व वास्तुशास्त्री डॉ अरविंद पचौरी से कि किचन का वास्तुदोष कैसे ठीक करें.
किचन की दिशा और उसके प्रभाव
यदि किचन को गलत दिशा में बनवाया जाता है, तो वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है. यदि किसी कारणवश किचन को सही दिशा में नहीं बनवा सकते, बिना तोड़-फोड़ किये किचन के अग्नेय कोण (पूर्व-दक्षिण दिशा) में एक लाल रंग का बल्ब लगा दें, इससे किचन का वास्तु ठीक हो सकता है जब सुबह और शाम इस दिशा में लाल बल्ब जलेगा तो वास्तुदोष कम हो जाएगा.
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घर के मुख्य द्वार और किचन के दरवाजे का सामना
वास्तुशास्त्र में माना जाता है कि घर का मुख्य द्वार और किचन का दरवाजा एक-दूसरे के सामने नहीं होना चाहिए. लेकिन अगर किसी के घर में ऐसा होता है तो इसे वास्तु दोष माना जाता है. इसलिए अगर इस दोष को कम करना चाहते हैं तो आप किचन के दरवाजे और मुख्य द्वार के बीच पर्दा लगा सकते हैं. इसके अलावा अगर आप किचन की दीवारों पर स्वास्तिक का चिन्ह्न बना देते हैं तो भी आपके किचन का वास्तुशास्त्र समाप्त हो सकता है.
किचन में पानी और चूल्हे का सही स्थान
वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन में पीने का पानी ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में रखना चाहिए, और चूल्हा आग्नेय कोण यानी पूर्व-दक्षिण दिशा में होना चाहिए. इसके साथ ही एक बात सुनिश्चित करें कि खाना बनाते समय व्यक्ति का मुख पूर्व दिशा की ओर हो, क्योंकि यह दिशा शुभ मानी जाती है और इस दिशा से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है.
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चूल्हा और सिंक का सही स्थान
किचन में चूल्हा और सिंक को कभी भी पास-पास नहीं रखना चाहिए. चूल्हा अग्नि तत्व और सिंक जल तत्व का प्रतीक होता है और इन दोनों को पास-पास रखने से वास्तु दोष उत्पन्न होता है. इसलिए हमेशा कोशिश करें कि चूल्हे और सिंक के बीच पर्याप्त दूरी बनी रहे.
March 09, 2025, 14:55 IST
किचन का वास्तुदोष भी बनता है परिवार में मनमुटाव का कारण, ऐसे करें जल्द ठीक!