Ballia unique Litti: बलिया की पहचान लिट्टी-चोखा है, लेकिन अब इसकी देसी विरासत का अनोखा रूप ‘लिट्टी का बाप’ यानी लिट्टा लोगों को हैरान कर रहा है. यह साधारण लिट्टी से कई गुना बड़ा होता है और अपने जबरदस्त स्वाद के लिए मशहूर है. बलिया के चौरा निवासी पियूष उपाध्याय बताते है कि गांवों में आज भी लिट्टा पारंपरिक तरीके से तैयार किया जाता है. इसे बनाने के लिए करीब 10 किलो गेहूं का आटा गूंथा जाता है और गाय के गोबर से बने उपलों की तेज आग पर खास तकनीक से सेंका जाता है. राख में दबाकर पकाने के बाद जब लिट्टा फुलकर फटने लगता है, तब यह पूरी तरह तैयार माना जाता है. गरम चोखे या तड़के वाली दाल के साथ परोसा जाने वाला यह लिट्टा लगभग 40 से 45 लोगों का पेट भर देता है और ग्रामीण संस्कृति की अनोखी मिसाल पेश करता है.
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https://hindi.news18.com/videos/uttar-pradesh/ballia-ballia-this-litti-is-made-with-10-kg-of-flour-enough-to-feed-40-people-comfortably-local18-9979830.html
