Last Updated:
Bhang Sabzi Recipe : भांग में प्रोटीन, फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड और कई जरूरी मिनरल्स होते हैं. भांग पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज में राहत दिलाता है. शरीर की ऊर्जा बढ़ाने और थकान दूर करने में भी मददगार है. पहाड़ी क्षेत्रों में मेहनत भरा जीवन होने से भांग ताकत देने वाला आहार है. भांग की सब्जी भी इसीलिए खूब पसंद की जाती है.
अल्मोड़ा. पहाड़ों की पारंपरिक थाली में भांग एक जरूरी हिस्सा है. भांग का नाम आते ही ज़्यादातर लोगों को भांग का नमक या चटनी याद आती है, लेकिन इसके अलावा भांग की सब्जी भी बनाई जाती है, जो स्वाद और सेहत दोनों के लिहाज से बेहद खास मानी जाती है. यह सब्जी खास तौर पर उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बनाई जाती है और सर्दियों के मौसम में इसे बड़े चाव से खाया जाता है. भांग की सब्जी बनाने के लिए आमतौर पर आलू और मूली का उपयोग किया जाता है. सबसे पहले आलू और मूली को मोटे टुकड़ों में काटकर तैयार किया जाता है, ताकि पकने के बाद उनका स्वाद और बनावट बनी रहे. इसके बाद भांग के बीजों को हल्का भूनकर या भिगोकर पीसा जाता है और सब्जी में डाला जाता है. भांग मिलते ही सब्जी का स्वाद एकदम अलग और खास हो जाता है. यह सब्जी खाने में हल्की तीखी, गर्म तासीर वाली और बेहद स्वादिष्ट होती है.
सर्दियों का दुश्मन
पहाड़ी इलाकों में सर्दियों के मौसम में ठंड काफी ज्यादा होती है, ऐसे में भांग की सब्जी शरीर को अंदर से गर्म रखने में मदद करती है. यही वजह है कि यह सब्जी जाड़ों में ज़्यादा पसंद की जाती है. स्थानीय लोग इसे रोटी या मंडुए की रोटी के साथ खाते हैं, जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है. भांग के फायदों की बात करें, तो इसके बीज पोषण से भरपूर होते हैं. इनमें प्रोटीन, फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड और कई जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं. भांग पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज जैसी समस्याओं में राहत देता है. पहाड़ों पर यह शरीर की ऊर्जा बढ़ाने और थकान दूर करने में भी मददगार माना जाता है.
3 चीजों का संगम
भांग की सब्जी न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि यह पारंपरिक और ऑथेंटिक पहाड़ी फूड का भी हिस्सा है. पीढ़ियों से चली आ रही यह रेसिपी आज भी पहाड़ों के घरों में उसी सादगी और अपनापन के साथ बनाई जाती है. बदलते समय के साथ भले ही खाने की आदतें बदल रही हों, लेकिन भांग की सब्जी आज भी पहाड़ी संस्कृति और खानपान की पहचान बनी हुई है. भांग की सब्जी स्वाद, सेहत और परंपरा—तीनों का अनोखा संगम है.
About the Author
Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu…और पढ़ें
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-bhang-sabzi-recipe-know-complete-process-and-benefits-local18-9988319.html
