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मोमो को टक्कर देता है ये पहाड़ी स्नैक, बिना मैदा और तेल के होता है तैयार, हेल्दी फास्टफूड का परफेक्ट ऑप्शन!

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Healthy Fast Food: सुनकर भी अजीब लगता है कि फास्टफूड हेल्दी कैसे हो सकता है. लेकिन ये सच है, हिमाचल प्रदेश की ट्रेडिशन डिश है सिड्डू जो मोमोज की जगह खायी जा सकती है. ये आटे और अखरोट से स्टीम में पकाकर बनती है औ…और पढ़ें

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देहरादून के इंडो नेपाल ट्रेड फेयर में हिमाचल के सिड्डू का स्वाद लीजिये

हाइलाइट्स

  • सिड्डू हिमाचल का पारंपरिक व्यंजन है.
  • सिड्डू आटे और अखरोट से स्टीम में पकाया जाता है.
  • सिड्डू बिना तेल के हेल्दी फास्टफूड है.

देहरादून. अगर आप उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में रहते हैं और फास्ट फूड के शौकीन हैं तो आप मोमो जरूर खाते होंगे. जिन लोगों को मोमो बहुत पसंद होते हैं और वे अक्सर इनका सेवन करते हैं, उन्हें डॉक्टर इससे दूर रहने की सलाह देते हैं. ऐसे में आप ऐसे फास्ट फूड का चुनाव कर सकते हैं जो आपकी सेहत को नुकसान न पहुंचाए. जी हां, स्वाद और सेहत दोनों के लिए ख्याल रखने का अच्छा ऑप्शन है सिड्डू.

हिमाचल प्रदेश में सिड्डू एक पारंपरिक व्यंजन है. कुल्लू क्षेत्र में सर्दियों में सिड्डू का खूब सेवन किया जाता है. इंडो- नेपाल इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में बबली अपनी मां और नानी का स्वाद आपके लिए लेकर आयी हैं.

यहां से सीखा बनाना
बबली ने Bharat.one को जानकारी देते हुए कहा है कि उनका ननिहाल हिमाचल प्रदेश के मनाली में है और उनके पिता उत्तर प्रदेश से हैं. जब वह अपनी नानी के घर आई थी तो वह मां और नानी को सिड्डू बनाता हुआ देखी थी. उनसे इसकी रेसिपी सीखने के बाद वह अपने घर पर ही सिड्डू बनाया करती थी. उनकी उत्तर प्रदेश में शादी हुई और वह कभी-कभी घर पर सिड्डू बनाने लगी. लोगों ने उन्हें बाहर के लिए सिड्डू बनाने की सलाह दी.

उत्सवों और मेलों में उन्होंने इसकी शुरुआत की. लोग बबली के हाथ के गरमा- गरम सिड्डू खाना पसंद करने लगे. वे देहरादून के लोगों के लिए भी हिमाचल का ऑथेंटिक टेस्ट लेकर आयी हैं. वह इससे पहले रुद्रपुर, दिल्ली और मेरठ में भी लोगों को सिड्डू का स्वाद दे चुकी हैं.

खसखस और अखरोट बढ़ाता है लजीज स्वाद
बबली ने बताया कि सिड्डू हिमाचल प्रदेश में बनने वाला पारंपरिक व्यंजन है. इसका आकार और स्टीमिंग की तकनीक भले ही एक जैसी हो लेकिन इसमें होने वाली स्टफिंग और मटेरियल बहुत अलग होते हैं. इस कारण यह सुपर फूड के तौर पर काम करता है. उन्होंने बताया कि सिड्डू बनाने के लिए रात को आटा गूंथकर रखा जाता है. यह आटा मिल का होता है. सिड्डू खमीर वाले आटे से बनाया जाता है और इसके बीच में अखरोट और खसखस की मसालों के साथ फिलिंग की जाती है.

नहीं होता तेल का इस्तेमाल
इसे स्टीम में पकाया जाता है और आमतौर पर घी के साथ इसे खाया जाता है. हालांकि कई लोग इसे चटनी या चाय के साथ भी खाना पसंद करते हैं. इसकी चटनी में भी अखरोट डाला जाता है. यही वजह है कि यह सेहत के लिए भी अच्छा होता है. सर्दियों के दिनों में शरीर को गरम रखने के लिए सिड्डू का सेवन किया जाता है. आप देहरादून के रेंजर्स ग्राउंड में आयोजित होने वाले इंडो- नेपाल इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में बबली के सिड्डू का स्वाद ले सकते हैं जिसकी कीमत ₹150 प्रति प्लेट है.

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मोमो को टक्कर देता है ये पहाड़ी स्नैक, हेल्दी फास्टफूड का परफेक्ट ऑप्शन!


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-taste-of-mountains-siddu-an-authentic-pure-steam-dish-can-replace-momos-healthy-fast-food-local18-9123835.html

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