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अब मीठा खाएं जमके! ब्लड शुगर कंट्रोल करेंगी ये छोटी-छोटी पत्तियां, वजन भी होगा कम – Madhya Pradesh News

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Stevia Leaves Benefits: स्टीविया की पत्तियों को सुखाकर पाउडर के रूप में प्रयोग किया जा सकता है. इसे चाय, कॉफी, मिठाइयों और डेजर्ट में चीनी की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है. इसका स्वाद न सिर्फ नैचुरल है बल्कि यह सेहत के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित है.

सतना. मीठा खाना हर किसी को पसंद होता है लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए यह सबसे बड़ी चुनौती बन जाता है. ऐसे में अगर कोई ऐसा विकल्प मिल जाए, जो स्वाद में मीठा हो और सेहत के लिए भी फायदेमंद, तो इससे बेहतर क्या हो सकता है. जी हां, हम बात कर रहे हैं स्टीविया पौधे की, जिसे आप अपने घर की बालकनी, गमले या बगिया में आसानी से उगा सकते हैं. यह न सिर्फ चीनी का प्राकृतिक विकल्प है बल्कि कई बीमारियों से बचाव करने वाला औषधीय पौधा भी है.

बघेलखंड में इसे मीठी तुलसी, मीठी पत्ती या कभी-कभी मधु पत्ती के नाम से पहचानते हैं. स्टीविया को प्राकृतिक स्वीटनर के रूप में जाना जाता है. इसकी पत्तियां डायबिटीज रोगियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं मानी जातीं. यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है और बिना किसी साइड इफेक्ट के मिठास प्रदान करता है. यही कारण है कि बाजार में मिलने वाले कई शुगर फ्री उत्पाद भी इसी पौधे से तैयार किए जाते हैं. Bharat.one से बातचीत में किसान आलोक शुक्ला ने बताया कि स्टीविया का सेवन करने पर डायबिटीज के मरीजों को चीनी की जरूरत नहीं पड़ती और स्वाद में मीठापन भी बना रहता है.

घर पर आसानी से लगाएं पौधा
स्टीविया का पौधा तुलसी जैसा दिखता है और इसकी ऊंचाई ढाई से तीन फीट तक होती है. इसे गमले या बगिया में आसानी से लगाया जा सकता है. नर्सरी में यह पौधा आसानी से उपलब्ध हो जाता है. इसे बीज या कलम से उगाया जा सकता है. बीज से अंकुरण में 10 से 15 दिन लगते हैं जबकि कटिंग लगाने के बाद 3 से 4 सप्ताह में जड़ें विकसित होकर रोपाई के लिए तैयार हो जाती हैं. पौधा दो से तीन महीने में विकसित हो जाता है और फूल आने पर इसी फूल से नए पौधे भी तैयार किए जा सकते हैं.

मार्केट में है खास पहचान
स्टीविया की मांग सिर्फ घरेलू स्तर पर ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी तेजी से बढ़ रही है. इसका मार्केट रेट 3000 से 5000 रुपये प्रति किलो तक रहता है. यही वजह है कि यह पौधा किसानों के लिए आय का नया विकल्प बन सकता है. इसकी बढ़ती मांग के चलते अब कई लोग इसे अपनी बगिया और खेतों में भी उगा रहे हैं.

स्वास्थ्य लाभ से भरपूर
स्टीविया केवल डायबिटीज ही नहीं बल्कि कई और स्वास्थ्य समस्याओं में भी लाभकारी है. इसमें मौजूद फ्लेवोनोइड्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं. शोध बताते हैं कि यह ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार हो सकता है. साथ ही इसमें कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट न होने के कारण यह वजन घटाने और नियंत्रित रखने वालों के लिए बेहतरीन विकल्प है. चीनी के विपरीत यह दांतों को भी नुकसान नहीं पहुंचाता और ओरल हेल्थ को बेहतर बनाए रखता है.

रोजाना उपयोग में आसान
स्टीविया की पत्तियों को सुखाकर पाउडर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे चाय, कॉफी, मिठाइयों और डेजर्ट में चीनी की जगह मिलाया जा सकता है. इसका स्वाद न सिर्फ प्राकृतिक है बल्कि सेहत के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित है. यही कारण है कि स्टीविया आजकल डायबिटीज के मरीजों के साथ-साथ फिटनेस और हेल्थ कॉन्शस लोगों की पहली पसंद बन रहा है.

Rahul Singh

राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.

राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.

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अब मीठा खाएं जमके! ब्लड शुगर कंट्रोल करेंगी ये पत्तियां, वजन भी होगा कम

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.


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