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आहार नली के कैंसर की सफल सर्जरी, MGH में हुआ पहला हाइब्रिड ऑपरेशन, इस तकनीक का हुआ इस्तेमाल

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जोधपुर महात्मा गांधी हॉस्पिटल में हाइब्रिड तकनीक से आहार नली के कैंसर का सफल ऑपरेशन किया गया. 8 घंटे चले इस ऑपरेशन में 3-डी थोरेकोस्कोपिक सर्जरी का पहली बार उपयोग हुआ.

आहार नली के कैंसर की सफल सर्जरी, इस तकनीक का हुआ इस्तेमाल

ऑपरेशन के बाद स्वस्थ मरीज व डॉक्टर्स की टीम के साथ

हाइलाइट्स

  • जोधपुर एमजीएच में हाइब्रिड तकनीक से सफल ऑपरेशन हुआ.
  • पहली बार 3-डी थोरेकोस्कोपिक सर्जरी का उपयोग किया गया.
  • ऑपरेशन 8 घंटे चला, तीन चरणों में किया गया.

जोधपुर. महात्मा गांधी हॉस्पिटल के गैस्ट्रो सर्जरी विभाग में हाइब्रिड तकनीक से आहार नली के कैंसर का सफल ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन में हाइब्रिड तकनीक व पहली बार 3-डी थोरेकोस्कोपिक सर्जरी हुई. अस्पताल अधीक्षक डॉ. फतेह सिंह भाटी ने बताया कि एमजीएच हॉस्पिटल में आहार नली, पेट, लीवर और पेनक्रियाज के कैंसर के ऑपरेशन नियमित रूप से हो रहे हैं.

गैस्ट्रो सर्जरी विभाग ने नवाचार करते हुए इस बार आहार नली के कैंसर का ऑपरेशन हाइब्रिड तकनीक से किया है. विभागाध्यक्ष डॉक्टर दिनेश चौधरी ने बताया कि नागौर के डेगाना निवासी श्रीपाल मंडा को खाना निगलने में परेशानी हो रही थी. मरीज ने जांच करवाई तो उसकी आहार नली में कैंसर का पता चला. पहले उसको रेडिएशन ओंकोलॉजी विभाग में रेडियोथेरैपी व कीमोथेरेपी दी गई, उसके बाद एमजीएच में ऑपरेशन के लिए रेफर किया गया.

यह तकनीक अपनाई
आहार नली के कैंसर के लिए परंपरागत ऑपरेशन में सामान्यतया तीन जगह गर्दन, छाती और पेट पर चीरा लगाया जाता है. जो चीरा छाती पर लगाते हैं उसकी वजह से ऑपरेशन के बाद फेफड़ों के इन्फेक्शन का खतरा रहता है. लेकिन हाइब्रिड तकनीक में छाती के चीरे की जगह प्रोन उडी थोरेकोस्कोपिक तकनीक से आहार नली को फेफड़ों और हार्ट से अलग किया गया. फिर पेट और गर्दन पर चीरा लगा कर कैंसरग्रस्त आहार नली को निकाला गया. आमाशय से दूसरी आहार नली बनाकर उसको गर्दन से जोड़ा गया.

8 घंटे लगातार चला ऑपरेशन
ऑपरेशन तीन अलग-अलग चरणों में किया गया और सुबह 9 से शाम 5 बजे तक 8 घंटे बिना रुके लगातार चला. ऑपरेशन टीम में गैस्ट्रो सर्जरी के डॉक्टर दिनेश के साथ डॉ. विजय राव, विशाल धाकड़ का सहयोग रहा. नर्सिंग ऑफिसर नगाराम देवासी, दिनेश गालवा और राजेंद्र मीणा ने सहयोग किया. एनेस्थीसिया टीम में विभागाध्यक्ष राकेश कर्णावत, डॉ. सरिता जनवेजा, डॉ. प्रमिला सोनी, डॉ. अनिशा, डॉ. जितेंद्र, डॉ.अलिशा, डॉ. हर्षित, डॉ. मीरा का सहयोग रहा.

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आहार नली के कैंसर की सफल सर्जरी, इस तकनीक का हुआ इस्तेमाल

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-first-hybrid-operation-in-mgh-first-time-3-d-thoracoscopic-surgery-in-esophageal-cancer-local18-9060726.html

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