Home Lifestyle Health कुत्ता काटने पर अब सिर्फ रैबीज इंजेक्शन काफी नहीं, ये वाली सुई...

कुत्ता काटने पर अब सिर्फ रैबीज इंजेक्शन काफी नहीं, ये वाली सुई भी जरूरी, नहीं लगवाने पर पगलाने का खतरा – Uttar Pradesh News

0


Last Updated:

Health Tips : कन्नौज में कुत्तों के हमलों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. रोजाना 200 से ज्यादा लोग ऐसे हैं, जो कुत्तों के काटने से जख्मी होकर जिला अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों पर उपचार के लिए पहुंच रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. कुत्ते के काटने के तुरंत बाद केवल एंटी रैबीज वैक्सीन ही लगवाकर संतुष्ट न हो जाएं, ऐसी अपील की जा रही है.

कन्नौज. देश के दूसरे हिस्सों की तरह कन्नौज जिले में भी कुत्तों के हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, रोजाना 200 से अधिक लोग ऐसे हैं जो कुत्तों के काटने से घायल होकर जिला अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों पर उपचार के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि कुत्ते के काटने के तुरंत बाद केवल एंटी रैबीज वैक्सीन ही नहीं, बल्कि एंटी रैबीज सीरम का इंजेक्शन भी अवश्य लगवाएं. चिकित्सकों का कहना है कि यह सीरम वायरस के संक्रमण को शुरुआती स्तर पर ही खत्म करने में मदद करता है, जिससे जानलेवा बीमारी रैबीज से बचाव संभव है. जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. बीके सिंह बताते हैं कि कई बार लोग सिर्फ वैक्सीन लगवाकर निश्चिंत हो जाते हैं, जबकि यह पर्याप्त नहीं है.

क्यों ये इतना जरूरी

डॉ. बीके सिंह के मुताबिक, यदि किसी व्यक्ति को गहरे घाव या खून निकलने जैसी गंभीर चोट आई है, तो 24 घंटे के भीतर एआरएस इंजेक्शन लगाना जरूरी होता है. यह इंजेक्शन सीधे घाव के आसपास लगाया जाता है ताकि वायरस वहीं नष्ट हो जाए और शरीर के अंदर न फैल पाए. डॉक्टर बताते हैं रैबीज एक ऐसी बीमारी है, जो एक बार लगने पर लगभग असाध्य होती है. इसका संक्रमण तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है और समय पर इलाज न मिलने पर मृत्यु तक हो सकती है. इसलिए यह जरूरी है कि घाव को तुरंत साबुन और पानी से अच्छी तरह धोकर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर दोनों इंजेक्शन—एंटी रैबीज वैक्सीन (ARV) और एंटी रैबीज सीरम (ARS)—लगवाए जाएं.

इस काम में जुटा विभाग

सीनियर फार्मासिस्ट अनूप कुमार पांडे बताते हैं कि कुत्तों के काटने की घटना को हल्के में न लें. अगर किसी व्यक्ति को कुत्ता, बंदर या दूसरा जानवर काटता है, तो उसे तुरंत अस्पताल पहुंचकर उपचार लेना चाहिए. आवारा कुत्तों से सतर्क रहने और बच्चों को विशेष रूप से सावधान करने की जरूरत है. स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने नगर और ग्रामीण दोनों इलाकों में जागरूकता अभियान शुरू किया है, जिसमें लोगों को बताया जा रहा है कि कुत्ते के काटने के बाद घाव पर घरेलू उपाय न करें, बल्कि तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें. विभाग का उद्देश्य है कि जिले में कोई भी व्यक्ति लापरवाही के कारण रैबीज जैसी खतरनाक बीमारी का शिकार न बने.

Priyanshu Gupta

Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu…और पढ़ें

Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu… और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homelifestyle

रैबीज इंजेक्शन काफी नहीं! ये वाली सुई भी जरूरी, नहीं लगवाने पर पगलाने का खतरा


.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.

https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-bitten-dog-need-anti-rabies-vaccine-and-anti-rabies-serum-both-injection-local18-9804411.html

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version