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गोंडा के किसान शिवकुमार मौर्य ने पारंपरिक खेती के साथ नए प्रयोग करते हुए बेल (वुड एप्पल) का पाउडर तैयार करना शुरू किया है. इसे बेचकर न सिर्फ स्वास्थ्यप्रद विकल्प उपलब्ध कराते हैं, बल्कि अच्छी आमदनी भी कमा रहे हैं. आइए जानते हैं कैसे यह पाउडर पेट और पाचन से जुड़ी समस्याओं में लाभदायक है और किसानों के लिए आय का नया साधन बन रहा है.
गोंडा के किसान का कहना है कि बेल (वुड एप्पल) के पाउडर बनाने में ज्यादा खर्च नहीं आता और इसे घर पर आसानी से तैयार किया जा सकता है. पाउडर को बाजार में बेचकर अच्छा मुनाफा मिलता है और इसकी मांग भी काफी रहती है. यही वजह है कि किसान ने इसे अपनाया और अपनी आमदनी बढ़ाई.
शिवकुमार मौर्य के अनुसार बेल (वुड एप्पल) का पाउडर सिर्फ स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि व्यावसायिक दृष्टि से भी लाभकारी है. इसे बनाने में ज्यादा खर्च नहीं आता और बाजार में इसकी अच्छी डिमांड रहती है, जिससे किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं.
शिवकुमार मौर्य के अनुसार बेल का चूर्ण प्राचीन समय से ही इस्तेमाल में आता रहा है और यह पेट से जुड़ी कई समस्याओं में लाभकारी है. कब्ज, एसिडिटी, पेट भारी लगना या पाचन संबंधी अन्य परेशानियों में यह बेहद मददगार साबित होता है.
शिवकुमार मौर्य बताते हैं कि बेल का चूर्ण बनाने की प्रक्रिया में सबसे पहले बेल को चुना जाता है, फिर उसकी तुड़ाई कर अंदर का गूदा निकाल लिया जाता है. इसके बाद गूदा इलेक्ट्रॉनिक ड्रायर में सुखाया जाता है और ऐसा करने के बाद ही बेल का चूर्ण तैयार होता है. इसे इस्तेमाल करने के लिए एक चम्मच बेल के चूर्ण को एक गिलास गुनगुने पानी के साथ लिया जाता है.
सम्राट महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाएं बेल का चूर्ण तैयार करती हैं. गोंडा के विकासखंड वजीरगंज की ग्राम पंचायत अशोकपुर से देसी बेल मंगाई जाती है. यह बेल सालभर, यानी 12 महीने उपलब्ध रहती है और इसकी खासियत यह है कि यह गुणवत्ता में बेहद अच्छी होती है.
बेल का पाउडर स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है. आयुर्वेद में इसे खास महत्व दिया गया है. यह पेट से जुड़ी समस्याओं, जैसे कब्ज, गैस और एसिडिटी को दूर करने में मदद करता है. साथ ही, गर्मी के मौसम में यह शरीर को ठंडक देता है और डिहाइड्रेशन से बचाता है.
बेल का पाउडर नियमित सेवन से पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. बार-बार पेट दर्द या पेट फूलने की समस्या वाले लोग इसे खासतौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा यह शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है और थकान को भी दूर करने में मदद करता है.
स्वास्थ्य के साथ-साथ आय का साधन भी: आजकल हेल्दी फूड की बढ़ती मांग के चलते बेल पाउडर की बिक्री लगातार बढ़ रही है. बाजार में इसकी अच्छी कीमत मिलती है, जिससे यह किसानों के लिए कमाई का नया और फायदेमंद विकल्प बन गया है.
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