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रोजाना नाशपाती का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए यह फल किसी प्राकृतिक दवा से कम नहीं है. इसमें मौजूद शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट, खासतौर पर एंथोसायनिन कंपाउंड, रक्त शर्करा के अचानक बढ़ने को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यही वजह है कि नाशपाती को डायबिटीज से बचाव और शुगर कंट्रोल के लिए एक सुरक्षित व प्रभावी फल माना जाता है.
अपने बेहतरीन स्वाद और अद्भुत औषधीय गुणों के कारण नाशपाती (Pear) को अक्सर ‘सुपरफूड’ की श्रेणी में रखा जाता है. यह फल खास तौर पर डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं माना जाता, क्योंकि यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है. हाल ही में सामने आई विभिन्न जानकारियों और कई वैज्ञानिक अध्ययनों ने भी पुष्टि की है कि नाशपाती सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए एक पावरहाउस है.
नाशपाती लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Low Glycemic Index) वाले फलों में शामिल है, जिसका मतलब है कि इसका सेवन रक्त शर्करा के स्तर को धीरे-धीरे बढ़ाता है. यही कारण है कि यह टाइप-2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए एक बेहतरीन और सुरक्षित स्नैक माना जाता है.
अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, रोजाना नाशपाती का सेवन करने से डायबिटीज का जोखिम कम हो सकता है. इसमें पाए जाने वाले शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट, खासकर एंथोसायनिन कंपाउंड, रक्त शर्करा में अचानक होने वाली बढ़ोतरी को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
नाशपाती में फाइबर, पोटेशियम और एंथोसायनिन जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो दिल को स्वस्थ रखने में सहायक हैं. इसमें पाया जाने वाला उच्च पोटेशियम स्तर सामान्य ब्लड प्रेशर बनाए रखने और हृदय रोगों से सुरक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ‘फ्रंटियर्स इन न्यूट्रिशन’ में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, नियमित रूप से नाशपाती का सेवन करने से स्ट्रोक (पक्षाघात) का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है.
इस फल में कॉपर और पोटेशियम जैसे आवश्यक मिनरल्स पाए जाते हैं, जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित रखने में मदद करते हैं. ‘ओपन हार्ट जर्नल’ में प्रकाशित एक ट्रायल के अनुसार, नाशपाती में मौजूद कॉपर “बैड कोलेस्ट्रॉल” (LDL और ट्राइग्लिसराइड्स) के स्तर को कम करने और “गुड कोलेस्ट्रॉल” (HDL) को बढ़ाने में सहायक हो सकता है. इस तरह यह हृदय के लिए स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल प्रोफाइल को सपोर्ट करता है.
नाशपाती के फायदे सिर्फ दिल तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह मस्तिष्क और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से भी सुरक्षा प्रदान करती है. शोधों के अनुसार, नाशपाती अल्ज़ाइमर और डिमेंशिया जैसी न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकती है. इसमें प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड और क्वेरसेटिन व केम्फेरोल जैसे फ्लेवोनोइड्स पाए जाते हैं, जो मस्तिष्क कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन से बचाते हैं. यही कारण है कि इसका नियमित सेवन डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को कम करने में मददगार माना जाता है.
नियमित रूप से एक नाशपाती का सेवन करने से कैंसर का खतरा कम हो सकता है. बीएमसी कॉम्प्लिमेंट्री मेडिसिन एंड थेरेपीज (2021) में प्रकाशित एक रिव्यू में बताया गया है कि नाशपाती में मौजूद फ्लेवोनोइड्स और टेरपेनोइड्स में शक्तिशाली एंटी-कैंसर और एंटी-ट्यूमर गुण पाए जाते हैं. ये तत्व कैंसर कोशिकाओं के विकास और प्रसार को रोकने में सहायक माने जाते हैं.
फाइबर, विटामिन-C, विटामिन-K और पोटेशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर नाशपाती एक बेहतरीन और पौष्टिक फल है. इसे अपनी डाइट में शामिल करके आप न केवल डायबिटीज को नियंत्रित रख सकते हैं, बल्कि अपने दिल, दिमाग और संपूर्ण स्वास्थ्य को भी बेहतर बना सकते हैं.
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