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Sujog Therapy Benefits: सुजोग थेरेपी एक अनोखी तकनीक के रूप में उभर रही है. इस थेरेपी में शरीर के किसी भी हिस्से के दर्द या रोग का निदान हाथों के स्पर्श और बिंदुओं के माध्यम से किया जाता है.
पलामू. आयुर्वेद में अनेक दुर्लभ उपचार पद्धतियां हैं, जिनमें सुजोग थेरेपी (Sujog Therapy) एक अनोखी तकनीक के रूप में उभर रही है. इस थेरेपी में शरीर के किसी भी हिस्से के दर्द या रोग का निदान हाथों के स्पर्श और बिंदुओं के माध्यम से किया जाता है. यह थेरेपी इस सिद्धांत पर आधारित है कि शरीर के सभी अंगों और हिस्सों का केंद्र हमारे हाथों और पैरों में होता है.
योगाचार्य पुरुषार्थी पवन आर्य ने Bharat.one को बताया कि सुजोग थेरेपी में चिकित्सक रोगी के हाथों के विशेष बिंदुओं को स्पर्श कर शरीर के प्रभावित भाग की पहचान करता है. जहां दर्द या सूजन होती है, वह संकेत देता है कि शरीर के उस हिस्से में कोई समस्या है. निदान के बाद उसी बिंदु पर मेथी, राजमा, मटर या अन्य छोटे दाने पट्टी से लगाकर उपचार किया जाता है.
कुछ ही घंटों में मिलेगी राहत
पवन आर्य बताते हैं कि हाल ही में उनके पास एक मरीज कमर दर्द की समस्या लेकर आए थे. उन्होंने मरीज के हाथों के पिछले हिस्से को जांचा, जहां कमर के बिंदु स्थित होते हैं. जांच के दौरान उन्होंने दर्द का सटीक स्थान पहचाना और उस बिंदु पर मेथी दाना लगाकर सुजोग थेरेपी दी. मरीज को कुछ ही घंटों में राहत महसूस हुई.
इस थेरेपी की खासियत यह है कि इसमें किसी दवा या इंजेक्शन की आवश्यकता नहीं होती. केवल प्राकृतिक वस्तुएं और शरीर के बिंदुओं पर दबाव का उपयोग किया जाता है. मेथी दाने में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो दर्द, सूजन और कब्ज जैसी समस्याओं में असरकारी हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, 4 से 6 घंटे तक मेथी के दाने को पट्टी से लगाए रखने पर शरीर में ऊर्जा का संतुलन बनता है और दर्द में निश्चित राहत मिलती है.
इस तरीके से बीमारियां होंगी दूर
पवन आर्य का कहना है कि अगर सुजोग थेरेपी के साथ योग और हल्के व्यायाम को भी दिनचर्या में शामिल किया जाए तो पुरानी बीमारियों से भी मुक्ति पाई जा सकती है. उन्होंने बताया कि शरीर के हर अंग के बिंदु हमारे हथेलियों और पैरों में मौजूद हैं, बस उन्हें पहचानने और सक्रिय करने की जरूरत होती है.
आधुनिक दवाओं के साइड इफेक्ट से बचते हुए, यह पारंपरिक विधि धीरे-धीरे लोगों के बीच लोकप्रिय हो रही है. सुजोग थेरेपी न केवल कमर दर्द, सिर दर्द, कब्ज, गठिया जैसी समस्याओं में कारगर है, बल्कि यह शरीर को प्राकृतिक रूप से संतुलित और स्वस्थ रखने में भी मदद करती है.
with more than more than 5 years of experience in journalism. It has been two and half year to associated with Network 18 Since 2023. Currently Working as a Senior content Editor at Network 18. Here, I am cover…और पढ़ें
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Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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