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Why Women live Longer: अगर आपने गौर किया होगा तो यह पाया होगा कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक जीती हैं. अब वैज्ञानिकों ने अपनी स्टडी में इसका कारण बताया है. र्मनी के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट के शोध के अनुसार, न सिर्फ इंसानों में बल्कि अधिकतर स्तनधारी प्रजातियों में भी मादाएं औसतन 13% अधिक समय तक जीवित रहती हैं.
Why Women live Longer: दुनिया के लगभग हर कोने में यह बात देखी जाती है कि महिलाएं सामान्यतः पुरुषों की तुलना में लंबी उम्र तक जीवित रहती हैं. नई रिसर्च ने इस लंबे समय से बने रहस्य से पर्दा हटा दिया है. जर्मनी के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर इवोल्यूशनरी एंथ्रोपोलॉजी के वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में पाया कि यह फर्क केवल इंसानों में नहीं, बल्कि अधिकतर स्तनधारी प्रजातियों में भी पाया जाता है. यानी स्तनधारी जीवों में भी मादा नर की तुलना में ज्यादा उम्र तक जीती हैं. साइंस एडवांस जर्नल में बताया गया कि महिलाओं की लंबी आयु के पीछे तीन बड़े कारण हैं. महिलाओं की जटिल जैविक संरचना, व्यवहारिक आदतें और विकासक्रम से जुड़े दबाव. अमेरिका के आंकड़ों में देखा गया है कि वहां महिलाएं पुरुषों की तुलना में औसतन पांच वर्ष अधिक जिंदा रहती हैं. हालांकि वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि यदि पुरुष अपनी स्वास्थ्य आदतों को सुधारें, तनाव और नशे वाली प्रवृत्तियों से बचें और जिम्मेदार देखभाल वाले व्यवहार अपनाएं तो यह अंतर कुछ हद तक घट सकता है.
दो X क्रोमोसोम देते हैं सुरक्षा
पुरुषों की गलत आदत भी जिम्मेदार
विशेषज्ञों के अनुसार उम्र के अंतर में सिर्फ जेनेटिक्स ही जिम्मेदार नहीं हैं, बल्कि पुरुषों का व्यवहार भी बड़ा कारक है. पुरुषों में स्मोकिंग, अत्यधिक शराब का सेवन, नशे की लत और खतरनाक गतिविधियों की प्रवृत्ति अधिक पाई जाती है जो उनकी औसत उम्र को घटा देती है. हार्वर्ड के पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट एलन गैलर के अनुसार पुरुषों की मृत्यु की आशंका आत्महत्या, हिंसा और दुर्घटनाओं से भी ज्यादा होती है. इसके अलावा, पुरुषों में हार्ट डिजीज और कैंसर, खास तौर पर फेफड़ों और त्वचा का कैंसर अधिक देखने को मिलता है. वे रोकथाम संबंधी जांच जैसे कैंसर स्क्रीनिंग या सनस्क्रीन के उपयोग में भी लापरवाह रहते हैं. इस तरह एक ओर जैविक कमजोरी और दूसरी ओर असुरक्षित जीवनशैली मिलकर पुरुषों के स्वास्थ्य को दोहरी मार देती है.
देखभाल करने से बढ़ती है आयु
अध्ययन में यह बात भी सामने आई कि जो जीव अपने बच्चों या समूह के अन्य सदस्यों की देखभाल में अधिक समय देते हैं, उनकी औसतन उम्र अधिक होती है. यानी महिलाएं अक्सर देखभाल करने वाली की भूमिका निभाती हैं. उन्हें इस पालन-पोषण वाले व्यवहार से भावनात्मक और शारीरिक लाभ मिल सकते हैं. इससे तनाव कम होता है और कुल मिलाकर स्वास्थ्य बेहतर रहता है.महिलाओं की यह जिम्मेदारी उन्हें भावनात्मक स्थिरता और मानसिक संतुलन देती है, जिससे तनाव कम होता है और बीमारी का खतरा घटता है. अध्ययन के अनुसार विकासक्रम ने संभवतः इस प्रणाली को इसलिए चुना ताकि मां अपने बच्चों को स्वतंत्र होने तक सुरक्षित रख सके. इसलिए महिलाओं में देखभाल की प्रवृत्ति केवल सामाजिक नहीं बल्कि विकासवादी लाभ का भी प्रतीक है. शोधकर्ताओं का कहना है कि पुरुष यदि नियमित स्वास्थ्य जांच, संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और तनाव नियंत्रण जैसी आदतें अपनाएं तो यह जीवनकाल का फर्क कम हो सकता है. इसके लिए रोज एक्सरसाइज, हरी साग सब्जियों और फलों का सेवन, तनाव प्रबंधन जरूरी है.
Excelled with colors in media industry, enriched more than 19 years of professional experience. Lakshmi Narayan is currently leading the Lifestyle, Health, and Religion section at Bharat.one. His role blends in-dep…और पढ़ें
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-why-women-longer-live-than-men-scientist-reveals-secret-of-girls-longevity-9708481.html