Last Updated:
Winter Health Tips: छत्तीसगढ़ के कोरबा इलाके में पाया जाने वाला भुई नीम (Andrographis Paniculata) बुखार मिटाने का प्राकृतिक उपाय है. यह पौधा लिवर को डिटॉक्स करने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और पाचन सुधारने में बेहद प्रभावी है. इसकी पत्तियों का काढ़ा डेंगू, मलेरिया और वायरल बुखार में तुरंत राहत देता है.
कोरबा. छत्तीसगढ़ के जंगलों और ग्रामीण अंचलों में एक ऐसा चमत्कारी पौधा आसानी से उपलब्ध है, जो किसी भी प्रकार के बुखार को पल भर में दूर करने की अद्भुत क्षमता रखता है. आज भी, आधुनिक चिकित्सा की उपलब्धता के बावजूद, इस जड़ी-बूटी का प्रयोग ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर किया जाता है, और इसकी सबसे खास बात यह है कि इसका सेवन अत्यंत सरल है.यह प्रकृति का वो अनमोल उपहार है, जो लोगों को बुखार की पीड़ा से मुक्ति दिलाता है. इस जादुई पौधे का नाम है भुई नीम जिसका वैज्ञानिक नाम एंड्रोग्राफिस पैनिकुला है. यह केवल बुखार का ही नहीं, बल्कि अनेक स्वास्थ्य समस्याओं का अचूक समाधान है. पारंपरिक रूप से, भुई नीम का उपयोग लिवर की सुरक्षा, पाचन क्रिया में सुधार और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है.
भुई नीम लिवर को डिटॉक्सीफाई करने और उसकी कार्यक्षमता को बढ़ाने में अत्यंत प्रभावशाली है. यह हेपेटाइटिस जैसी गंभीर लिवर की बीमारियों में भी राहत प्रदान करता है. यह पौधा शरीर की प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है, जिससे सर्दी, खांसी, बुखार और विभिन्न प्रकार के वायरल संक्रमणों से लड़ने में मदद मिलती है. भुई नीम पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है, भूख को बढ़ाता है और पेट दर्द, अपच, और कब्ज जैसी आम पाचन संबंधी समस्याओं से निजात दिलाता है. सभी प्रकार के बुखारों से लड़ने में भुई नीम की दक्षता सर्वविदित है.
यह न केवल सामान्य बुखार, बल्कि मलेरिया और डेंगू जैसे जटिल बुखारों में भी अत्यंत लाभकारी होता है. बुखार के उपचार के लिए भुई नीम की पत्तियों का काढ़ा सबसे प्रभावी तरीका है. ताज़ी भुई नीम की पत्तियों को साफ पानी में डालें. पत्तियों को पानी में तब तक उबालें जब तक पानी थोड़ा कम न हो जाए और उसका रंग बदल जाए.पानी को छान लें और गुनगुना होने पर दिन में दो बार इसका सेवन करें. यह काढ़ा न केवल बुखार को तुरंत शांत करता है, बल्कि शरीर को आंतरिक रूप से मजबूत भी बनाता है.
Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digital), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked a…और पढ़ें
Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digital), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked a… और पढ़ें
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-bhui-neem-plant-benefits-boil-these-leaves-and-drink-them-to-get-rid-of-fever-in-just-10-minutes-treatment-for-dengue-and-malaria-local18-9805238.html
