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Doctor Tushar Tayal says 7 deadly Disease risk in rainy seasons | डॉ. तुषार तायल ने बताया कि भारी बारिश में किन बीमारियों का खतरा है

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Rain Risk 7 Deadly Disease: भारी बारिश ने पूरे उत्तर भारत में कहर मचा रखा है. हर दिन आसमानी आफत कहर बनकर टूट रहा है. देश के अधिकांश हिस्सों में बाढ़ का प्रकोप है. इस बारिश और बाढ़ के कारण पानी का जमाव कई-कई दिनों तक होता है. शहरों में यह गंदा पानी सीवर लाइन और मेन पानी में ओवरलैप हो जाता है. गंदे पानी के जमाव के कारण इसमें असंख्य सूक्ष्म जीव और जीवाणुओं का तेजी से विकास होता है. ये जीव इतना खतरनाक होते हैं कि कई तरह के खतरनाक बीमारियों के कारण बनते हैं. ऐसे में हमने सी के बिड़ला अस्पताल,नई दिल्ली में इंटरनल मेडिसीन के कंसल्टेंट डॉ. तुषार तायल से बात की और उनसे पूछा कि इस भारी बारिश और बाढ़ के बीच कितनी तरह की बीमारियों के पनपने के खतरा है. डॉ. तायल ने बताया कि इस जल जमाव के कारण कई बीमारियों के पनपने का खतरा है और इस स्थिति में लक्षण आने के तुरंत बाद डॉक्टर के पास नहीं गए तो भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.

गंदे पानी के कारण होने वाली बीमारी

1. डेंगू-डॉ. तुषार तायल ने बताया कि बारिश या बाढ़ के जलजमाव के कारण कई सारे बैक्टीरिया, पारासाइट और अन्य सूक्ष्मजीव पनप जाते हैं जो कई तरह की खतरनाक बीमारियों का कारण बनते हैं. इनमें सबसे पहले डेंगू की बात करते हैं. बारिश में हर साल डेंगू का प्रकोप बढ़ जाता है. डेंगू एक खास मच्छर के काटने से होता है जो DENV वायरस को इंसान के शरीर में छोड़ देता है. इसमें तेज बुखार और शरीर में तेज ऐंठन होने लगती है. साथ ही जी मितलाना और उल्टी जैसी समस्या होती है. मांसपेशियों में बहुत दर्द होता है और ज्वाइंट पेन भी करने लगता है. ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिए.

2. चिकनगुनिया-डॉ. तुषार तायल ने बताया कि डेंगू के बाद चिकनगुनिया सबसे ज्यादा कॉमन है. यह भी मच्छर काटने से होता है. ये मच्छर चिकनगुनिया वायरस को इंसान के खून में पहुंचा देता है. इसमें पूरे शरीर में दर्द, सिर दर्द, जोड़ों में सूजन, रैशेज और बहुत ज्यादा कमजोरी होने लगती है.

3. मलेरिया-हम सब जानते हैं कि मलेरिया भी मच्छरों के काटने से ही होता है. गंदे पानी में मलेरिया वाले मच्छरों का प्रकोप बहुत बढ़ जाता है. यह मादा एनाफेलिज मच्छर के काटने से होता है.यह मच्छर इंसान के खून में प्लाज्मोडियम वाइवेक्स नाम के पारासाइट को छोड़ देता है. इसमें सिहरन के साथ बुखार, असहजता, जी मितलना, उल्टी, डायरिया, पेट में दर्द, ज्वाइंट पेन, सांस लेने में तकलीफ, धड़कन का बढ़ना, सर्दी-खांसी जैसे लक्षण दिखते हैं.

4. जापानी एंसेफ्लाइटिस-हाल के दिनों में जापानी एंसफ्लाइटिस का प्रकोप बढ़ा है. यह भी गंदे पानी के कारण होता है. यह भी गंदे पानी में पनपने वाले मच्छरों के कारण होता है. क्यूलेक्स प्रजाति के संक्रमित मच्छर जब किसी इंसान को काटता है तो यह खून में एंसेफ्लाइटिस वायरस को छोड़ देता है जो बीमारी का कारण बनता है. इस बीमारी में भी बुखार, सिर दर्द और उल्टी होती है. लेकिन इसमें तेजी से कमजोरी हो जाती है और जल्द ही मरीज कॉमा में पहुंच जाता है. इसलिए ऐसी स्थिति में जितनी जल्दी हो उतनी जल्दी अस्पताल पहुंचना चाहिए.

5. टाइफाइड-टाइफाइड की बीमारी बैक्टीरिया के कारण होते हैं. जब पानी खराब हो जाता है तो उसमें सेलोमेनोला टाइफी बैक्टीरिया पनपने लगता है. यह बैक्टीरिया पानी या फूड के माध्यम से पेट में घुसता है और आंत को संक्रमित करने लगता है. इसमें बहुत तेज बुखार, ठंड, स्किन पर दाने, पेट में दर्द, कफ, मांसपेशियों में ऐंठन, सिर दर्द, उल्टी और डायरिया जैसी परेशानी होती है. इसके अलावा एक नॉन-टाइफाइड फीवर भी होता है. इसमें अन्य बैक्टीरिया कारण होते हैं.

6.कॉलरा-गंदे पानी के कारण कॉलरा बेहद खतरनाक बीमारी है. यह वाइब्रो कॉलरी नाम के बैक्टीरिया से होता है. इसमें बहुत जबरदस्त तरीके से दस्त लग जाता है. इसमें दस्त पानी की तरह पतला हो जाता है जिसके कारण शरीर में पानी की बेहद कमी हो जाती है और इससे किडनी फेल्योर तक हो जाता है. इसलिए कॉलरा या हैजा को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए. इसमें तुरंत अस्पताल जाना चाहिए.

7. हेपटाइटिस-पानी से संबंधित हेपटाइटिस भी बेहद खतरनाक बीमारी है. यह जॉन्डिस से शुरू होता है और तेजी से लिवर को संक्रमित कर देता है. यह हेपटाइटिस वायरस के संक्रमण से होता है. यह वायरस दूषित पानी और फूड से फैलता है. इसमें तेजी से कमजोरी शुरू हो जाती है और अचानक उल्टी और डायरिया लग जाता है. इसमें पेट में तेज दर्द होता है. वहीं भूख नहीं लगती और मामूली बुखार भी रहता है. पेशाब का रंग डार्क हो जाता और ज्वाइंट पेन होने लगता है.

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इन बीमारियों से कैसे बचें

डॉ. तुषार तायल ने बताया कि अगर आप खराब पानी वाले इलाके में रहते हैं और यह आपके इलाके में गंदगी है और बारिश भी हो रही है तो आपको अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है. इसके लिए सबसे पहले आपको साफ-सफाई पर ध्यान देना होगा. इस स्थिति में सबसे ज्यादा दूषित पानी से बीमारी का खतरा रहता है. इसलिए पानी को उबाल कर पिएं या एकदम शुद्ध फिल्टर किया हुआ पानी पिएं. हमेशा मच्छरों से बचने की कोशिश करें. इसके लिए मच्छर वाली एंटी-मॉस्क्विटो क्रीम लगाएं या तेल लगाकर रहें. स्किन को ढक कर रखें. मच्छरदानी लगाकर सोएं. बाहर से कुछ लाते हैं तो उसे पहले पानी से साफ करें, फिर खाएं. इस तरह यह ध्यान रखें कि कहां से मच्छर पनप रहे हैं, उन सबको ठीक करें.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-heavy-rains-and-floods-pose-7-deadly-diseases-risk-doctors-warn-mild-symptoms-should-be-shown-immediately-ws-en-9588995.html

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