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Health Tips: पश्चिम चंपारण के पतंजलि आयुर्वेदाचार्य भुवनेश पांडे के अनुसार लैवेंडर ऑयल, हल्दी शहद और नारियल तेल में कपूर मिलाकर जलने के निशान और दाग धब्बों को कम किया जा सकता है.
जलने के बाद त्वचा पर जख्म के गहरे निशान रह जाते हैं. लाख प्रयासों के बावजूद भी इसे मिटाना असंभव सा लगने लगता है. कई बार महंगी दवाईयों और क्रीम के उपयोग के बावजूद भी यह दाग पीछा छोड़ने का नाम तक नहीं लेते हैं. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे आयुर्वेदिक उपचार के बारे में बता रहे हैं, जो आपकी इस समस्या का बहुत हद तक मुफ्त में भी समाधान कर देगा.
पतंजलि आयुर्वेदाचार्य भुवनेश पांडे बताते हैं कि लैवेंडर एक ऐसा पौधा है, जिसके तेल में त्वचा को हील करने के गुण के साथ सूजन को कम करने और दाग धब्बों को मिटाने की क्षमता होती है.
यदि आप 2-3 बूंद लैवेंडर ऑयल को 1 चम्मच नारियल, जैतून या जोजोबा तेल में मिलाकर लगाते हैं, तो इससे त्वचा की मरम्मत के साथ दाग धब्बों को भी फीका करने में मदद मिलेगी.
हल्दी एक ऐसा मसाला है, जिसमें प्राकृतिक रूप से एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं. चोट या मोच में इसे प्राथमिकता के साथ उपयोग में लाया जाता है. जले हुए स्थान पर यदि हम हल्दी को शहद के साथ मिलाकर लगाते हैं, तो इससे झुलसी हुई त्वचा नम और मुलायम बनती है.
इसके उपयोग के लिए बस 1 चम्मच हल्दी में 1 चम्मच शहद मिलाकर पेस्ट बना लें और निशान पर लगाएं. कुछ दिनों तक ऐसा करते रहने से बर्न मार्क में फीकापन नजर आने लगेगा.
इन सभी उपायों के अतिरिक्त नारियल तेल में कपूर मिलाकर लगाने से भी जलन से राहत मिलती है. इनके औषधीय गुण त्वचा को जल्द से जल्द राहत देते हैं. दाग धब्बों को फीका करने में मदद करते हैं. इसलिए यदि आपकी त्वचा जलती है, तो नारियल तेल और कर्पूर के मिश्रण का उपयोग जरूर करें.
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