कारण जिससे हो सकता है पौधों से सिरदर्द
क्या आप जब भी अपने घर में लगे अपने फेवरेट पौधों के पास जाकर बैठते हैं, तो आपके सिर में भारी पन महसूस होता है. सिरदर्द होने लगता है तो फिर हो सकता है इसके लिए आपके पौधे जिम्मेदार हों. टीओआई में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ इनडोर प्लांट्स वाष्पशील कार्बनिक यौगिक (volatile organic compounds) छोड़ते हैं. किसी-किसी पौधे की महक और पराग (Pollen) बेहद ही स्ट्रॉन्ग होते हैं. कुछ पौधे ऐसे होते हैं, जो गीली मिट्टी में फफूंद को बढ़ावा देते हैं. ये सभी फैक्टर्स सिरदर्द का कारण बन सकते हैं. खासकर, जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या है, उनमें सिरदर्द बढ़ सकता है.
जॉर्जिया यूनिवर्सिटी के बागवानी विभाग द्वारा की गई एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि इनडोर पौधे जैसे पीस लिली, एरेका पाम, वीपिंग फिग (Weeping fig) जैसे पौधे कुछ खास परिस्थितियों में वाष्पशील कम्पाउंड रिलीज कर सकते हैं, जो कई बार सिरदर्द, चक्कर आना, भारीपन आदि महसूस करने जैसी समस्याओं का कारण बन सकते हैं. तो क्या घर में फिर पौधे रखना हर किसी को बंद कर देना चाहिए? नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है.
दरअसल, कुछ पौधे बेंजीन या फॉर्मलडेहाइड जैसे वाष्पशील यौगिक छोड़ते हैं. यदि आपके घर में प्रॉपर वेंटिलेशन नहीं तो ये घर के वातावरण में ही बने रहते हैं. कुछ पराग और स्ट्रॉन्ग महक रिलीज करते हैं, जो आपके साइनस को इर्रेटिट कर सकते हैं. कुछ लोग पौधों में बहुत पानी डालते हैं, जिससे मिट्टी में लगातार नमी बनी रहती है. ये नम मिट्टी फफंदू को बढ़ावा देते हैं. ये बीजाणुओं को छोड़ते हैं, जो घर के अंदर घूमते हैं. यदि आपके घर में खराब वेंटिलेशन होगा, ह्यूमिडिटी बनी रहेगी तो घर के अंदर की हवा और वातावरण की क्वालिटी काफी हद तक प्रभावित होती है. ऐसे में जिन लोगों को माइग्रेन, सिरदर्द, साइनस है या जो लोग अधिक संवेदनशील हैं, उनमें चक्कर आना, साइनस, सिरदर्द हो सकता है.
जेरेनियम्स (Geraniums)
ऑर्चिड्स (Orchids)
फर्न्स (Ferns)
पीस लिली (Peace lily)
वीपिंग फिग (Weeping fig)
एरेका पाम (Areca palm)
ये पौधे कई कारणों से सिरदर्द, माइग्रेन, साइनस के लक्षणों को ट्रिगर कर सकते हैं. ये पौधे लोगों को उनकी संवेदनशीलता के अनुसार प्रभावित कर सकते हैं. कई बार आपके घर और कमरे की साइज, वेंटिलेशन, पौधों की संख्या भी इस चीज का कारण बन सकते हैं.
– यदि आप पौधे घर के अंदर रखते हैं तो प्रॉपर वेंटिलेशन हो. खिड़कियां खोलकर रखें.
– वैसे पौधे का चुनाव करें जिनकी खुशबू, महक बहुत स्ट्रॉन्ग न हो. पराग कम हो. इसके लिए आप स्नेक प्लांट, कुछ किस्म के पाम्स प्लांट, स्पाइडर प्लांट, मनी प्लांट आदि रखें.
– बहुत ज्यादा पानी पौधों में न डालें. जब मिट्टी सूख जाए तो ही दोबारा पानी डालें.
– पौधों के पत्तों को साफ करते रहें, उन्हें पोछते रहें या पानी डालें ताकि उनके ऊपर जमी धूल-मिट्टी हट जाए.
– अपने बेडरूम में बहुत स्ट्रॉन्ग फ्रेगरेंस वाले फूलों के पौधे ना रखें.
– घर के अंदर बहुत ज्यादा ह्यूमिडिटी बनी रहती है तो ह्यूमिडिफायर रखें.
– इसके बावजूद भी आपको एलर्जी, सिरदर्द, माइग्रेन पेन, साइनस की समस्या, चक्कर आने जैसा महसूस हो तो डॉक्टर से जरूर दिखाएं.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-these-6-indoor-plants-can-cause-headache-migraine-pain-know-what-is-the-reason-how-to-reduce-risk-ghar-mein-kaun-se-paudhe-nahin-lagana-chahie-ws-kl-9640539.html