Vitamin K Stop Heart Attack: कार्डियोवैस्कुलर डिजीज यानी हार्ट और ब्लड वैसल्स से जुड़ी बीमारियां आज पूरी दुनिया के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है. अधिकांश युवा इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं और हार्ट अटैक के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं. अंधाधुंध आधुनिकता जैसे-जैसे बढ़ती जा रही है, वैसे वैसे अनहेल्दी लाइफस्टाइल भी बढ़ती जा रही है और इसका सबसे बुरा अंजाम है हार्ट अटैक. अच्छी बात यह है कि इससे बचने के भी विज्ञान में कई उपाय है लेकिन लोगों का यह सवाल रहता है कि ऐसा क्या करें कि हार्ट अटैक की मुसीबत कभी आए ही नहीं. इसके सीधा जवाब है कि आपके शरीर में विटामिन के की कमी नहीं होनी चाहिए और आप अनहेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो न कर रहे हो. तो सबसे पहले आइए जानते है कि विटामिन के है क्या.
क्या है विटामिन के What is Vitamin K
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के मुताबिक विटामिन के वसा में घुलनशील एक महत्वपूर्ण विटामिन है जो दो रूपों में पाया जाता है. इसका मुख्य प्रकार फिलोक्विनोन है जिसे विटामिन के 1 Vitamin K1 कहा जाता है. दूसरा प्रकार है मेनाक्विनोन जिसे विटामिन के 2 Vitamin K2 कहा जाता है. विटामिन के कई प्रोटीनों के निर्माण में मदद करता है जो खून के थक्के जमाने और हड्डियों के निर्माण के लिए आवश्यक होते हैं. प्रोथ्रोम्बिन जो खून के थक्के जमाने में सीधे भूमिका निभाता है विटामिन K पर निर्भर एक प्रोटीन है. ओस्टियोकाल्सिन भी एक ऐसा प्रोटीन है जिसे हेल्दी हड्डियों के लिए विटामिन K की ज़रूरत होती है. विटामिन K हमारे शरीर के कई हिस्सों में मिलता है, जैसे लिवर, मस्तिष्क, हृदय, अग्न्याशय और हड्डियां. यह शरीर में जल्दी टूट जाता है और मूत्र या मल के जरिए बाहर निकल जाता है. इसलिए विटामिन K का अधिक सेवन होने पर भी यह शरीर में ज़हरीला नहीं होता, जैसा कि अन्य वसा में घुलनशील विटामिनों के साथ कभी-कभी हो सकता है. अब सवाल उठता है कि विटामिन के की पर्याप्तता शरीर को किस तरह हार्ट अटैक से बचाता है.
विटामिन K₁ हार्ट अटैक से कैसे बचाते हैं How vitamin k prevent from heart attack
विटामिन K₁ यानी फायलोक्विनोन हमारे शरीर की नसों और धमनियों को स्वस्थ रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसका सबसे मुख्य काम है मैट्रिक्स जीएलए प्रोटीन MGP को सक्रिय करना है. यह प्रोटीन खून की नलियों (आर्टरीज़) में कैल्शियम जमने से रोकता है. अगर शरीर में विटामिन K₁ की कमी हो जाए तो यह प्रोटीन निष्क्रिय रहता है और फिर कैल्शियम आर्टरीज़ की दीवारों में जमा होने लगता है जिससे नसें सख्त हो जाती हैं और उनमें प्लाक बनने लगता है. यही कारण है कि शिराओं की सख्ती, दिल की बीमारी और स्ट्रोक जैसी समस्याओं की जड़ बनता है. हार्ट अटैक के अधिकांश मामलों में धमनियों या ब्लड वैसल्स में प्लैक जमा हो जाता है या ब्लड क्लॉट होकर नलिकाओं को फाड़ देता है. लेकिन विटामिन के1 इन चीजों को बहुत कम करने की क्षमता रखता है. यही कारण है कि विटामिन के 1 हार्ट अटैक के जोखम को बहुत हद तक कम कर देता है. हालांकि हार्ट अटैक से पूरी तरह बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल भी बहुत जरूरी है.
विटामिन K₁ के अन्य काम
विटामिन K₁ कई तरह से हमें मदद करता है. यह शरीर में सूजन या इंफ्लामेशन आने पर उसे नियंत्रित करता है. इससे नसों को नुकसान नहीं पहुंचती. यह खून में सही समय पर थक्का बनाता है ताकि खून शरीर से बाहर न निकले. विटामिन के 1 हड्डियों को मजबूत बनाता है क्योंकि कैल्शियम के सही संतुलन में यह अहम भूमिका निभाता है. विटामिन K₁ आपकी नसों को मजबूत, लचीला और बीमारी से बचाने में सहायता करता है. हरी पत्तेदार सब्ज़ियां और कुछ खास तेल (जैसे सोयाबीन, कैनोला) विटामिन K₁ से भरपूर होते हैं. अध्ययन के मुताबिक जिन लोगों ने विटामिन K₁ का सेवन ज्यादा यानी 120 माइक्रोग्राम के लगभग प्रतिदिन किया उनमें उपरी नसों में एथेरोस्क्लेरोसिस के खतरे को 5.6 प्रतिशत कम कर दिया. इसके कारण हार्ट डिजीज से होने वाली मौतों में 43% तक की कमी ला दी.
विटामिन K₁ के लिए क्या खाएं
विटामिन के 1 के लिए केल, पालक, ब्रोकोली बहुत फायदेमंद है.पका हुआ 1 कप ब्रोकली में 110 माइक्रोग्राम विटामिन के 1 होता है. इसके अलावा, स्विस चार्ड, रोमैंन लेट्यूस और ब्रसेल्स स्प्राउट्स में भी विटामिन के 1 पाया जाता है. वसा युक्त भोजन जैसे जैतून का तेल या एवोकाडो भी विटामिन के 1 देता है. द अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रीशन के अध्ययन में देखा गया कि लंबे समय तक अगर खानपान में विटामिन K₁ की अच्छी मात्रा ली जाए तो इससे शरीर की रक्त नलिकाओं और दिल से जुड़ी मृत्युदर दोनों पर अच्छा असर पड़ता है. इस अध्ययन के परिणाम न सिर्फ दिलचस्प हैं बल्कि इलाज और बीमारी की रोकथाम की दृष्टि से भी बहुत मायने रखते हैं.