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दिल्‍ली-मुंबई नहीं…घाटी में ट्रेन चलाने में मदद कर रहा है उत्‍तर प्रदेश का यह शहर, जानें कहीं आप वाला तो नहीं

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Srinagar train. अब कश्‍मीर से कन्‍याकुमारी रेल मार्ग से जुड़ गय है. यानी आप कहीं से भी ट्रेन से सफर करते हुए कश्‍मीर की खूबसूरत वादियों के नजारे ले सकते हैं. फिलहाल माता वैष्‍णो देवी कटरा से श्रीनगर के बीच वंदेभारत ट्रेन चल रही है. यहां पर आपको यह जानकर थोड़ा अश्‍चर्य होगा कि घाटी में आसपास ट्रेनों को चलाने में दिल्‍ली मुंबई जैसे बड़े शहर नहीं उत्‍तर प्रदेश का एक शहर मदद कर रहा है. इसी वजह से वहां के लोग आसपास के शहरों में सुविधाजनक सफर कर रहे हैं.

श्रीनगर से कटरा तक रेल लाइन शुरू होने के बाद भारतीय रेलवे वहां पर ट्रेनों की फ्रिक्‍वेंसी बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. ये ट्रेनें आसपास के छोटे शहरों को श्रीनगर से कनेक्‍ट करेंगी. इसके लिए ट्रैकों की क्षमता बढ़ाने के साथ कोचों को भी अपग्रेड किया जा रहा है.

श्रीनगर और आसपास के शहरों के लिए लोकल ट्रेनें डेमू मेमू ट्रेनें चलती हैं, जिससे लोगों का आवागमन आसान और सुविधजनक होता है. चूंकि अभी तक घाटी रेल मार्ग से पूरे देश से कनेक्‍ट नहीं था, इसलिए वहीं के लोग भी इसमें सफर करते थे, लेकिन अब जब घाटी पूरे देश से कनेक्‍ट हो चुका है तो वहां पर लोकल ट्रेनों से चलने वालों की संख्‍या बढ़ेगी. इसी को ध्‍यान में रखते हुए लोकल ट्रेनों के कोचों को अपग्रेड किया जा रहा है.
यूपी का यह शहर कर रहा है काम

कोचों को अपग्रेट करने का काम दिल्‍ली मुंबई जैसे बड़े शहरों में नहीं उत्‍तर प्रदेश के लखनऊ शहर में किया जा रहा है. कोचों को बडगाम से लखनऊ कारखाने में पहुंचाया जा रहा है और वहां पर मार्डन सुविधाओं के साथ अपग्रेट किया जा रहा है. चूंकि ये कोच पुराने थे और वहां पर अपग्रेड करने की व्‍यवस्‍था नहीं थी, इस वजह से ये कोच खराब हालत में हो रहे थे. पहली बार घाटी से रेक मरम्‍मत के लिए रेल के माध्यम से लखनऊ लाए गए हैं. जरूरत पड़ने पर सड़क ट्रेलरों का भी इस्‍तेमाल किया जा रहा है.

इस माह काम हो जाएगा पूरा

रेल मंत्रालय के अनुसार कोचों के अपग्रेड करने का काम काफी तेजी से किया जा रहा है. अगस्‍त अंत तक सभी कोचों को अपग्रेड करने का काम पूरा होने की संभावना है.

. कोचों में रंग रोगन करके उन पर पेटिंग बनाई जा रही है, जिससे देखने में खूबसूरत लगें.

. टायलेट में बायो टैंक लगाए जा रहे हैं. साथ ही पानी चढ़ाने वाले नए पंपों की फिटिंग का काम किया जा रहा है. पानी चढ़ाने वाले उपकरणों की आपूर्ति के लिए पर्याप्त विद्युत और स्विच पैनल स्वचालित किए जा रहे हैं. इससे गर्मी के मौसम में जनरेटर की आपूर्ति न होने पर भी पानी चढ़ाने चढ़ता रहेगा.

. सीटों की मरम्मत और पॉली कार्बोनेट सीटों को लगाया जा रहा है.

. नए स्टैंडिंग हैंडल लगाने के साथ पीवीसी फर्श का नवीनीकरण और सभी स्टेनलेस स्टील की वाली चीजों की बफिंग की जा रही है.

. सभी खिड़कियों की मरम्मत कर स्‍टाइलिश किया जा रहा है.

. ए और सी प्रकार के मोबाइल चार्जिंग सॉकेट (इनबिल्ट शॉर्ट सर्किट) और पंखों के लिए मॉड्यूलर स्विच लगाए जा रहे हैं.


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https://hindi.news18.com/news/nation/indian-railways-srinagar-katra-vande-bharat-lucknow-city-of-uttar-pradesh-helping-to-run-train-know-here-9463494.html

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