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हिमालय से भी पुराना ‘पांडवुला गुट्टा’: तेलंगाना का अनछुआ ऐतिहासिक और भूवैज्ञानिक रत्न

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Hyderabad: तेलंगाना के जयशंकर भूपालपल्ली जिले में स्थित पांडवुला गुट्टा, एक प्राचीन स्थल है जो पौराणिक, ऐतिहासिक और भूवैज्ञानिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है. महाभारत से जुड़ी कहानियों के साथ, यह स्थल मध्यपाष…और पढ़ें

हैदराबाद: तेलंगाना में कई ऐतिहासिक चमत्कार हैं जिनमें भोंगीर किले की प्राचीन चट्टानी संरचना से लेकर यूनेस्को द्वारा लिस्टेड रामप्पा मंदिर तक शामिल हैं. लेकिन इन प्रसिद्ध स्थलों से परे एक प्राचीन रत्न छिपा है जो हिमालय से भी पुराना है हैदराबाद से सिर्फ 200 किलोमीटर दूर पांडवुला गुट्टा जो एक प्राचीन स्थल है जो वैज्ञानिक चमत्कारों और मानव इतिहास दोनों के रहस्यों को समेटे हुए है. इसका ऊबड़-खाबड़ दृश्य इस क्षेत्र के समृद्ध अतीत की झलक पेश करता है.

पांडवुला गुट्टा का अर्थ
इतिहास और विरासत का खजाना कहे जाने वाले पांडवुला गुट्टा जिसका अर्थ है ‘पांडवों की पहाड़ी’ होता है यह एक भूवैज्ञानिक और सांस्कृतिक महत्व का स्थल है स्थानीय कहानियों के अनुसार, महाभारत के पांडवों ने अपने वनवास के दौरान एक बार यहां शरण ली थी जिससे यह स्थल पौराणिक रूप से महत्वपूर्ण हो गया. इस पहाड़ी पर मध्यपाषाण काल से मानव निवास के प्रमाण मौजूद हैं. और यहां मौजूद कलाकृतियां बताती हैं कि यह क्षेत्र कभी प्राचीन समुदायों का घर था.

हिमालय से भी पुराना है ये रत्न
Bharat.one से स्थानीय रिसर्च स्कॉलर नवीन बताते हैं की पांडवुला गुट्टा एक अनोखी जगह है साथ ही भूवैज्ञानिक अध्ययनों के लिए भी एक महत्वपूर्ण स्थल है  भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने 2024 में इसे तेलंगाना के एकमात्र भू-विरासत स्थल के रूप में नामित करके इसके महत्व को मान्यता दी. यह बताता है कि इस स्थल को न केवल एक ऐतिहासिक स्थल बल्कि इसके कुछ आवशेष हिमालय से भी पुराने हैं और इसे डेक्कन पठार की प्रमाण के रूप में भी संरक्षित किया जाना चाहीए.

पांडवुला गुट्टा में  करने योग्य चीज़ें
पांडवुला गुट्टा इतिहास के शौकीनों, साहसी लोगों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है, जो सभी के लिए विभिन्न गतिविधियों का एक अनोखा मिश्रण प्रदान करता है. यहां आप ट्रैकिंग और रैपलिंग, रॉक क्लाइम्बिंग कर सकते हैं साथ ही शाम में सूर्यास्त का खूबसूरत नजारा देख सकते है.

यहां कैसे पहुंचें ?
जयशंकर भूपालपल्ली जिले में स्थित पांडवुला गुट्टा हैदराबाद से 200 किमी दूर है. यहां पहुंचने का सबसे आसान तरीका सड़क मार्ग है. आप वारंगल से होकर या भूपालपल्ली के लिए बस या ट्रेन से भी जा सकते हैं.

Rupesh Kumar Jaiswal

रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन…और पढ़ें

रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन… और पढ़ें

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हिमालय से भी पुराना ‘पांडवुला गुट्टा’: तेलंगाना का अनछुआ इतिहास…


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https://hindi.news18.com/news/andhra-pradesh/hyderabad-pandavula-gutta-is-an-ancient-place-just-200-km-away-from-hyderabad-where-pandavas-took-refuge-local18-ws-kl-9477549.html

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