Home Astrology Premanand Ji Maharaj: भूलकर भी वृंदावन से बाहर न ले जाएं 3...

Premanand Ji Maharaj: भूलकर भी वृंदावन से बाहर न ले जाएं 3 चीजें, प्रेमानंद महाराज ने खुद बताया इन्हें पाप बराबर, जानें कारण

0


Last Updated:

Premanand Ji Maharaj : वृंदावन और ब्रज के पवित्र स्थानों से कुछ चीजें बाहर ले जाना न सिर्फ एक धार्मिक अपराध है, बल्कि यह आत्मिक शांति को भी प्रभावित कर सकता है. कौनसी हैं वे चीजें?

भूलकर भी वृंदावन से बाहर न लाएं 3 चीजें, प्रेमानंद महाराज ने बताया पाप जैसा!

वृंदावन से क्या नहीं लाएं औक क्या लाएं?

हाइलाइट्स

  • वृंदावन से गिरिराज की मूर्ति ले जाना अशुभ माना जाता है.
  • ब्रज की तुलसी को घर ले जाना भी एक बड़ा अपराध है.
  • वृंदावन के पशु-पक्षियों को बाहर ले जाना गलत है.

Premanand Ji Maharaj : वृंदावन, जिसे भगवान श्री कृष्ण का जन्मस्थल माना जाता है, न सिर्फ भक्तों के लिए एक पवित्र स्थान है, बल्कि यह एक ऐसी जगह भी है जहां आत्मिक शांति और भक्ति का वातावरण हर समय मौजूद रहता है. यहां की मिट्टी, जल और वायु में एक दिव्य शक्ती का एहसास होता है. इस पवित्र स्थान के दर्शन करने के बाद श्रद्धालु अक्सर कुछ चीजें अपने घर लेकर जाते हैं, लेकिन प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें वृंदावन से बाहर ले जाना न सिर्फ अशुभ है, बल्कि यह पाप के समान भी माना जाता है. आइए जानते हैं इन चीजों के बारे में और क्यों इन्हें बाहर ले जाना गलत है.

1. गिरिराज की मूर्ति
प्रेमानंद जी महाराज ने अपने प्रवचनों में बताया कि वृंदावन से बाहर गिरिराज की मूर्ति को ले जाना अत्यंत अशुभ होता है. गिरिराज, जो भगवान श्री कृष्ण के प्रिय हैं, उनकी मूर्ति को यहां से बाहर ले जाना पाप के रूप में माना जाता है. यह बात सिर्फ एक धार्मिक चेतावनी नहीं है, बल्कि यह ब्रज की पवित्रता और उसकी ऊर्जा को बनाए रखने की एक जरूरत है. गिरिराज की मूर्ति को घर ले जाने से श्रद्धालु अपने जीवन में संकट और अशांति को आमंत्रित करते हैं.

2. ब्रज की तुलसी
ब्रज की भूमि और वहां की तुलसी का भी विशेष महत्व है. प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि वृंदावन से ब्रज की तुलसी को घर ले जाना भी एक बड़ा अपराध है. तुलसी, जो स्वयं में एक पवित्र और दिव्य पौधा है, ब्रज की मिट्टी से जुड़ी हुई होती है और इसका स्थान यहीं होना चाहिए. इसे घर ले जाकर श्रद्धालु अपने भक्ति मार्ग से भटक सकते हैं, जिससे अशुभ प्रभाव उत्पन्न हो सकता है.

3. पशु-पक्षी
वृंदावन में रहने वाले पशु-पक्षी भी भगवान श्री कृष्ण के तप और आशीर्वाद से जुड़े हुए होते हैं. प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि इन पशु-पक्षियों को वृंदावन से बाहर ले जाना भी एक अपराध माना जाता है. यहां के पक्षी और जानवर अपने प्राकृतिक आशीर्वाद के कारण ब्रज में निवास करते हैं, और इनका स्थान बदलना उनके धार्मिक और मानसिक संतुलन को प्रभावित कर सकता है.

इन चीजों को ले जा सकते हैं बाहर
हालांकि, प्रेमानंद जी महाराज ने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ चीजें हैं जिन्हें श्रद्धालु वृंदावन की निशानी के रूप में अपने घर ले जा सकते हैं. इनमें चंदन, रंग, पंचामृत और कान्हा जी के कपड़े शामिल हैं. ये चीजें पवित्र मानी जाती हैं और इन्हें घर लाना शुभ होता है. ये श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक होती हैं, जो भगवान श्री कृष्ण की आशीर्वाद से जुड़ी होती हैं. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

homedharm

भूलकर भी वृंदावन से बाहर न लाएं 3 चीजें, प्रेमानंद महाराज ने बताया पाप जैसा!


.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.

https://hindi.news18.com/news/dharm/premanand-ji-maharaj-says-never-taking-these-3-things-out-of-vrindavan-is-almost-a-sin-know-reason-9049747.html

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version